नमस्कार मित्रो आज हम आपको Professor Kaise Bane इसके बारे में बताने वाले है अगर आप शिक्षा विभाग से जुड़े क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते है तो प्रोफेसर का पद आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकता है यह एक बहुत ही सम्मानजनक पद माना जाता है इसके साथ ही इनका वेतन भी काफी अच्छा होता है जिसके कारण ज्यादातर लोग इस पद पर नौकरी प्राप्त करने में अपनी रूचि दिखाते है.

professor kaise bane

ध्यान रखे की आज के समय में प्रोफेसर बनना कोई आसान काम नही है क्युकी हाल में कॉम्पिटिशन काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है ऐसे में आपको प्रोफेसर बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और आपको एक सही रणनीति के साथ तैयारी करनी होगी तभी आप एक प्रोफेसर बन सकते है अगर आप इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़े.

Professor Kaise Bane

प्रोफेसर बनने के लिए सबसे पहले तो आपको यह पता होना चाहिए की यह एक प्रोमोशनल पद होता है जिसे आप केवल प्रोमोशन के द्वारा ही प्राप्त कर सकते है अगर आप यह सोच रहे है की बिना प्रोमोशन आप डायरेक्ट प्रोफेसर बन सकते है तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती है इस पद पर नौकरी प्राप्त करने के लिए सबसे पहले तो आपको एक लेक्चरर बनना होता है.

जब आप एक लेक्चरर बन जाते है तो इसके बाद आपको कुछ वारहो तक इसमें अपनी सेवायें देनी होती है जब आपको लेक्चरर के पद का अच्छा खासा अनुभव प्राप्त हो जाता है तो इसके बाद आपको प्रोमोशन मिलने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है जब आपको लेक्चरर के पद से प्रमोशन मिलता है तो इसके बाद आपको प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति दी जाती है एवं प्रोफेसर बनने के लिए आपको निम्न प्रोसेस फॉलो करनी होती है..

बाहरवीं उतीर्ण करें

प्रोफ़ेसर बनने के लिए सबसे पहले तो आपको किसी मान्यताप्राप्त विधालय से अच्छे अंको के साथ बाहरवीं उतीर्ण करनी आवश्यक है क्युकी अगर आप बाहरवीं में अच्छे अंक प्राप्त कर लेते है तो इसके बाद बहुत ही आसानी से आपको किसी अच्छी कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है जहां से आप आगे की पढाई पूरी कर सकते है.

ग्रेजुएशन पूरा करें

जब आप बाहरवीं उतीर्ण कर लेते है तो इसके बाद आपको ग्रेजुएशन के लिए किसी कॉलेज में एडमिशन लेना होगा इसके बाद आपको 3 वर्ष की ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी ध्यान रखे की ग्रेजुएशन में आपके न्यूनतम 50% अंक होने अनिवार्य है तभी आप प्रोफ़ेसर बन सकते है एवं ग्रेजुएशन में आपको उसी सब्जेक्ट का चुनाव करना चाहिए जिसमे आप प्रोफ़ेसर बनना चाहते है.

मास्टर डिग्री पूरी करें

जब आप स्नातक उतीर्ण कर लेते है तो इसके बाद आपको मास्टर डिग्री के लिए आवेदन करना होता है यह 2 वर्ष की डिग्री होती है एवं इसमें आप अपनी पसंद से किस भी सब्जेक्ट का चुनाव कर सकते है एवं मास्टर डिग्री ( पोस्ट ग्रेजुएशन ) में आपको कम से कम 55% अंक प्राप्त करने अनिवार्य है तभी आप इसके लिए आवेदन करने योग्य माने जायेगे.

पीएचडी पूरी करें

प्रोफ़ेसर बनने के लिए पीएचडी आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होती है अगर आप पीएचडी कर लेते है तो इसके बाद आपके प्रोफ़ेसर बनने के चांस काफी ज्यादा बढ़ जाते है इसलिए पोस्ट ग्रेजुएशन को पूरा करने के बाद आपको पीएचडी करनी होती है एवं इसमें आपको अच्छे अंक प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए इससे आप बहुत ही आसानी से एक प्रोफ़ेसर बन पायेगे.

प्रोफ़ेसर की भर्ती आने पर आवेदन करें

जब आपकी पीएचडी पूरी हो जाती है तो इसके बाद अगर आप किसी सरकारी कॉलेज में प्रोफ़ेसर बनना चाहते है तो आपको UGC के द्वारा जारी होने वाली NET की परीक्षा में शामिल होना होगा इसके लिए प्रतिवर्ष जून और दिसंबर में आवेदनपत्र निकाले जाते है जिसमे आवेदन करने के बाद आप इसकी चयन प्रक्रिया में शामिल हो सकते है .

वही अगर आप एक प्राइवेट कॉलेज में प्रोफ़ेसर बनाना चाहते है तो इसके लिए आपको खुद से उस कॉलेज में नौकरी के लिए आवेदन करना होता है इसके बाद इंटरव्यू के आधार पर आपको लेक्चरर की पोस्ट पर नौकरी दी जाती है कुछ वर्ष तक इस पोस्ट पर नौकरी करने के बाद आपको प्रोमोशन के द्वारा प्रोफ़ेसर की नौकरी दी जाती है.

प्रोफ़ेसर की चयन प्रक्रिया

जब आप इसकी विज्ञप्ति जारी होने पर इसमें आवेदन करते है तो इसके बाद आपको इसकी चयन प्रक्रिया में शामिल होना होता है इसमें सबसे पहले आपको लिखित परीक्षा देनी होती है जब आप इसकी लिखित परीक्षा में सफल हो जाते है तो इसके बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है इन दोनों टेस्ट में सफल होने के बाद आपको प्राप्त रैंक के अनुसार प्रोफ़ेसर की पोस्ट पर नियुक्ति दी जाती है.

NET की परीक्षा में कितने पेपर होगे

अगर आप पहली बार NET की परीक्षा दे रहे है तो ऐसे में आपके मन में यह ख्याल जरुर आया होगा की आखिर इस परीक्षा में आपको कितने पेपर देने होते है तो हम आपको बता दे की इस परीक्षा में आपको कुल 2 पेपर दिए जाते है जिसमे से पहला पेपर सामान्य अध्ययन का होता है इसमें आपको टीचिंग एवं एप्टीट्यूड पर आधारित सवाल पूछे जाते है इसके साथ ही इसमें आपको रीजनिंग एबिलिटी और जनरल अवेयरनेस के सवाल भी पूछे जाते है.

जब आप इसके पहले पेपर को क्लियर कर लेते है तो इसके बाद आपको इसका दूसरा पेपर देना होता है इसमें आपको विषय आधारित पेपर दिया जाता है यानी की आपके ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में कौनसा सब्जेक्ट लिया था उसके आधार पर आपको यह पेपर दिया जाता है इन दोनों ही पेपर में सफलता प्राप्त करना अनिवार्य है तभी आप प्रोफ़ेसर बन सकते है.

लेक्चरर से प्रोफ़ेसर बनने में कितना समय लगेगा

जब आप लेक्चरर  बन जाते है तो इसके बाद आपको प्रोफ़ेसर बनने में काफी ज्यादा समय लग सकता है तकरीबन एक लेक्चरर को प्रोफ़ेसर बनने में 10 से 15 वर्ष तक का समय लग सकता है हालांकि यह आपके कार्य और अनुभव के ऊपर निर्भर करता है की आपको कितने समय में प्रोमोशन दिया जा सकता है अगर आपका कार्य अच्छा है तो आपको कम समय में भी प्रोफ़ेसर बनाया जा सकता है.

प्रोफ़ेसर का वेतन

एक प्रोफ़ेसर को सभी कॉलेज में वहां के नियमानुसार अलग अलग वेतन दिया जाता है एक प्राइवेट कॉलेज के प्रोफ़ेसर को 45,000/- रूपए से लेकर 70,000/- रूपए तक का वेतन दिया जा सकता है वही एक सरकारी कॉलेज के प्रोफ़ेसर को 65,000/- रूपए से लेकर 2 लाख रूपए तक का वेतन दिया जा सकता है एवं प्राइवेट कॉलेज की तुलना में सरकारी कॉलेज के प्रोफ़ेसर को काफी ज्यादा वेतन दिया जाता है.

इस आर्टिकल में हमने आपको प्रोफेसर कैसे बने इसके बारे में जानकारी देने का प्रयत्न किया है हमे उम्मीद है की आपको असिस्टेंट प्रोफ़ेसर बनने के बारे में बताई गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें और इससे जुड़ा किसी भी तरह का सवाल आदि पूछना चाहे तो आप कमेंट के द्वारा भी बता सकते है.

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