नमस्कार मित्रो आज हम आपको पीरियड्स क्या होता है इसके बारे में बताने वाले है जैसा की आप सभी को पता होगा की हर एक महिला को अपने जीवनकाल में पीरियड्स के दौर से गुजरना होता है जो की महिलाओं के जीवन का एक अहम् हिस्सा होता है लेकिन बहुत से लोगो को इसके बारे में विस्तृत जानकारी नही होती ऐसे में यह आर्टिकल आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकता है इसमें हम आपको पीरियड्स से जुडी बहुत ही खास जानकारी बताने वाले है
जब लडकियां युवावस्था में आने लगती है तो उस वक्त लडकियों को पीरियड्स आने शुरू हो जाते है जो की तकरीबन 55 वर्ष की उम्र तक आते रहते है एवं हर एक महिला को माह में एक बार पीरियड्स आते है यह दौर महिलाओ के लिए बेहद ही अहम् होता है इसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में विस्तृत रूप से बताने वाले है इसके बारे में जानने के लिए पीरियड्स क्या होता है यह आर्टिकल ध्यान से पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी समझ में आ सके.
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पीरियड्स क्या होता है
पीरियड्स को हिंदी में माहवारी भी कहा जाता है इस दौरान महिलाओं के गर्भाशय के अन्दर से उत्तक और रक्त योनी के माध्यम से बाहर निकलते है यह प्रक्रिया माह में एक बार होती है जो की एक प्राकृतिक क्रिया होती है एवं जब लडकियां यौवन अवस्था से गुजर रही होती है तो उस वक्त बहुत ही अधिक मात्रा में हार्मोनल बदलाव होते है एवं प्रजनन प्रणाली विकसित होने लगती है उस दौरान लड़कियों को मासिक धर्म आना शुरू हो जाता है यह उस वक्त शुरू होता है जब लडकियां प्रजनन के लिए योग्य होने लगती है.
सामान्यत लड़कियों में यौवन का समय 11 वर्ष की उम्र में शुरू हो जाता है एवं 11 वर्ष की उम्र में लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू हो जाते है एवं यह प्रक्रिया 3 से 7 दिन तक चलती है इस दौरान लड़कियों की योनी से ब्लीडिंग होती है एवं यह चक्र प्रतिमाह चलता रहता है, हर एक लड़की की मासिक धर्म की तारीख अलग अलग होती है एवं ब्लीडिंग का समय भी अलग अलग होता है लेकिन ज्यादातर महिलाओं को 7 दिन तक ब्लीडिंग होती है.
पीरियड्स के दौरान क्या क्या नही करना चाहिए
जब भी लडकियां पीरियड्स के दौर से गुजर रही होती है तो उस वक्त लड़कियों को कई बातो को ध्यान में रखना होता है एवं कई प्रकार की सावधानी बरतनी होती है ऐसे में हम आपको कुछ मुख्य सावधानियां बता रहे है जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए.
- रात को बिना पैड के न सोये
- ज्यादा नमक या नमकीन पदार्थो का सेवन न करें
- सेविंग या वैक्सिंग न करें
- ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन न करें
- धुम्रपान न करें एवं शराब का सेवन न करें
- असुरक्षित यौन सम्बन्ध न बनाये
- रात भर न जागे
- देर से ना सोये
- ज्यादा कसरत न करें
- ब्रेस्ट टेस्ट न करवाए
- गंदे कपडे का इस्तमाल न करें
जब भी कोई लड़की मासिक धर्म से गुजर रही होती है तो उस वक्त लड़की को इन बातो का ध्यान रखना चाहिए इससे आप कई तरह की समस्या से खुद का बचाव कर सकती है.
पीरियड्स आनें के लक्षण
किसी भी महिला को जब पीरियड्स आते है तो इससे पहले कई तरह के लक्षण देखने के लिए मिलते है जिससे महिला को पीरियड्स आने के बारे में पता चल जाता है ऐसे में हम आपको कुछ बेहद ही खास लक्षण के बारे में बता रहे है जो पीरियड्स आने से पहले दिखाई दे सकते है यह निम्न प्रकार से है.
थकान महसूस होना – पीरियड्स आने से पहले अक्सर ज्यादातर महिलाओं को थकान महसूस होने लगती है क्युकी उस वक्त हार्मोन का स्तर कम हो जाता है इस कारण से महिलाओ को थकान होने लगती है एवं काफी ज्यादा कमजोर महसूस होने लगती है एवं कई बार महिलाओ को इसके कारण सोने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
पेट के निचले हिस्से में दर्द – जब भी किसी लड़की को पीरियड्स आने वाले होते है तो ऐसे में उस लड़की को पेट के निचले हिस्से में हल्का हल्का दर्द होने लग सकता है अक्सर ज्यादातर लड़कियों को इसी लक्षण से पीरियड्स आने का पता चल जाता है एवं कई बार लड़कियों को पीरियड्स आने से पहले ज्यादा दर्द भी महसूस हो सकता है.
सुजन आना – कई महिलाओं को पीरियड्स आने से पहले सुजन महसूस हो सकती है एवं पेट थोडा भारी या मोटा लग सकता है यह इसलिए होता है क्युकी शरीर में सामान्य से अधिक पानी और नमक बनने लगता है जिससे पेट फुला हुआ दिखाई देता है हालांकि पीरियड्स आने के 3 – 4 दिन बाद लडकियां पुन सामान्य अवस्था में आ जाती है.
सरदर्द होना – पीरियड्स आने से पहले शरीर में हार्मोनल उतार चढ़ाव होते है इसके कारण लड़कियों को सर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, मासिक धर्म आने से पहले या मासिक धर्म के दौरान अथवा मासिक धर्म के तुरंत बाद लड़कियों को सर दर्द से जुडी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
ऐंठन होना – कई महिलाओं को मासिक धर्म शुरू होने से पहले ऐठन की समस्या हो सकती है जो की 3 से 4 दिन तक रह सकती है एवं रक्तस्राव शुरू होने के बाद यह समस्या ख़त्म हो जाती है इस लक्षण को देखते हुए कई महिलाओं को मासिक धर्म के बारे में पता चल जाता है.
स्तन में दर्द होना – मासिक धर्म शुरू होने से पहले कई महिलाओं के स्तन ग्रंथियों में सुजन आ सकती है एवं स्तन में दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है यह मासिक धर्म से जुडा हुआ होता है एवं मासिक धर्म शुरू होने के बाद कुछ दिन तक आपको इसके लक्षण देखने के लिए मिल सकते है.
व्यवहार में बदलाव दिखना – मासिक धर्म शुरू होने से पहले कई महिलाओं के व्यवहार और मूड में बदलाव देखने के लिए मिल सकता है एवं महिलाओं को चिडचिडापन, चिंता, तनाव, डिप्रेशन आदि का अनुभव हो सकता है एवं बिना किसी कारण के महिलाओं के मूड में बदलाव देखने के लिए मिल सकता है जिसमें अचानक ज्यादा खुश होना या अचानक ज्यादा दुखी होना भी शामिल है.
मुहांसे होना – मासिक धर्म के शुरू होने से पहले हार्मोन का स्तर बढ़ता है इस कारण से मासिक धर्म शुरू होने से पहले कुछ महिलाओं के चहरे पर मुहांसे हो सकते है लेकिन यह रक्तस्राव के बाद धीरे धीरे कम होने लग जाते है यह माहवारी शुरू होने का लक्षण होता है.
कब्ज की शिकयत होना – जब भी लड़कियों को मासिक धर्म शुरू होने वाला होता है तो इससे पहले कुछ लड़कियों को कब्ज की शिकायत हो सकती है वही कई लड़कियों को दस्त की समस्या भी हो सकती है इस तरह की समस्या माहवारी शुरू होने से पहले देखने के लिए मिलती है एवं रक्तश्राव के बाद यह समस्या ठीक हो जाती है.
इस तरह के कुछ खास लक्षण होते है जिससे किसी भी महिला या लड़की को मासिक धर्म शुरू होने के बारे में पता चल जाता है एवं सामान्यत रक्तश्राव शुरू होने के बाद इसके लक्षण दिखना बंद हो जाते है.
पीरियड्स रुकने का मुख्य कारण क्या है
कई महिलाओं के समय पर पीरियड्स नही आते जिससे महिलाए काफी ज्यादा घबरा जाती है ऐसे में आपको पता होना आवश्यक है की आखिर पीरियड्स रुकने के मुख्य कारण क्या होते है तो हम आपको इसके मुख्य कारण बता रहे है जिससे पीरियड्स आना रुक सकते है या तारीख से पहले या बादमे पीरियड्स आ सकते है.
- ज्यादा तनाव या डिप्रेशन के कारण
- स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण
- ज्यादा दवाइयां लेने से
- डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवाई लेने पर
- धुम्रपान करने पर
- शराब आदि का सेवन करने से
ज्यादा उम्र में भी पीरियड्स न आये तो क्या करें
कुछ लड़कियों की शिकायत होती है की 18 – 20 वर्ष की उम्र हो जानें पर भी उनके पीरियड्स आना शुरू नही होते ऐसे में इस बात को थोडा गंभीरता से लेना चाहिए और किसी स्त्रीरोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए क्युकी कई बार हार्मोन और जननांग में कोई दोष होने के कारण शरीर के किसी हिस्से में खून इकठ्ठा होने लग सकता है ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क करके इसका उपयुक्त इलाज करवाते है तो मासिक धर्म आना शुरू हो जाता है और आप किसी भी प्रकार की गंभीर समस्या से भी खुद का बचाव कर सकते है.
मासिक धर्म से जुडी अपवाह
कुछ लोगो ने मासिक धर्म से जुडी कई तरह की अफवाह फैला रखी है जो की महिलाओ के लिए काफी ज्यादा परेशानी का कारण है ऐसे में आपको मासिक धर्म से जुडी अपवाह के बारे में पता होना चाहिए और इस तरह की अपवाह से बचना चाहिए क्युकी इन अपवाहो के कारण महिलाओं को कई तरह की शारीरिक और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है.
पैड से ब्लीडिंग में कमी होना
कुछ लोगो का मानना है की मासिक धर्म के दौरान कोई महिला पैड का इस्तमाल करती है तो इसके कारण ब्लीडिंग कम होती है यह एक प्रकार की अपवाह है क्युकी पैड का ब्लीडिंग पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता यह केवल महिलाओं को आराम और आसानी महसूस करवाने के लिए इस्तमाल किया जाता है एवं कपडे की तुलना में पैड का इस्तमाल काफी ज्यादा सुविधाजनक साबित होता है.
पीरियड्स में भाग दौड़ न करना
कई लोगो का मानना है की पीरियड्स के दौरान महिलाओ को भाग दौड़ नहीं करनी चाहिए एवं खेल कूद नहीं करना चाहिए इससे मासिक धर्म का दर्द कम होता है जो की एक गलत बात है क्युकी भागदौड़ करने से एवं खेलकूद करने से शरीर में रक्त का संचार सही से होता है इससे थकान या दर्द आदि भी कम महसूस होता है इसलिए माहवारी के दौरान महिलाओं को दैनिक गतिविधियाँ करते रहना चाहिए यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है.
पीरियड्स में नहाना नहीं चाहिए
कुछ लोग मानते है की जब महिला के पीरियड्स चल रहे हो तो उस वक्त महिलाओं को नहाना नहीं चाहिए ना ही उन्हें बाल धोने चाहिए जो की एक बहुत ही बुरी अपवाह है क्युकी पीरियड्स के दौरान महिलाओं को साफ़ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए एवं प्रतिदिन नहाना चाहिए इससे त्वचा से जुडी समस्या नहीं होगी और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा वही जो महिलाए पीरियड्स के दौरान नहाती नही है उनमे अक्सर इन्फेक्शन या संक्रमण होने का खतरा बना रहता है.
पीरियड्स में अचार को न छूना
माना जाता है की पीरियड्स के दौरान किसी भी प्रकार के आचार को नही छूना चाहिए नही तो आचार ख़राब हो जाता है यह एक प्रकार का भ्रम है और एक अपवाह है जबकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं होता अगर कोई महिला पीरियड्स के दौरान आचार को छू लेती है तो आचार को कोई नुकसान नही होगा ना ही इससे आचार अपवित्र होगा.
पीरियड्स में खट्टी चीजे न खाना
कुछ महिलाए पीरियड्स के दौरान खट्टी चीजो से परहेज करती है अगर आप खट्टी चीजो का सेवन नहीं करना चाहती तो कोई बात नही पर अगर आपको खट्टी चीजो का सेवन करना है तो आप सिमित मात्रा में खट्टी चीजो का सेवन कर सकती है इससे आपको किसी भी प्रकार का नुकसान नही होगा लेकिन इस बात का ध्यान रखे की आपको अत्यधिक मात्रा में खट्टी चीजो का सेवन नहीं करना चाहिए.
पीरियड्स 7 दिन तक चलने चाहिए
जैसा की आप जानते है की हर महिला के मासिक धर्म का समय अलग अलग होता है कुछ महिलाओं को 3 दिन के पीरियड्स आते है तो कुछ महिलाओं को 7 दिन के पीरियड्स आते है ऐसे में लोगो की धारणा होती है की 7 दिन तक पीरियड्स आने आवश्यक है लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ भी नही होता यह महिलाओ के हार्मोन के ऊपर निर्भर करता है की महिला को कितने दिन तक रक्तश्राव होगा एवं किसी महिला को 3 दिन का मासिक धर्म आता है तो उसे भी घबराने की आवश्यकता नहीं है यह प्राकृतिक होता है.
पीरियड्स में पेड़ पौधों को न छूना
कुछ महिलाए मानती है की पीरियड्स के दौरान पेड पौधों को नही छूना चाहिए जो की एक गलत अवधारणा है आप चाहे तो पीरियड्स के दौरान पेड़ पौधों को छू सकती है इससे पेड़ पौधों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता न ही पीरियड्स के दौरान पेड पौधे छूने से वो जलते है इसलिए आप इस तरह की गलत अवधारणा में न फसे.
पीरियड्स में महिलाये अपवित्र हो जाती है
बहुत ज्यादा लोग सोचते है की जब किसी महिला के पीरियड्स चल रहे होते है तो वो अपवित्र हो जाती है जो की एक गलत अवधारणा है अगर किसी महिला के पीरियड्स चल रहे होते है तब भी वो महिला उतनी ही पवित्र होती है जितनी दूसरी महिलाये पवित्र होती है एवं पीरियड्स का महिला की पवित्रता से कोई लेनादेना नही होता.
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इस आर्टिकल में हमने आपको पीरियड्स क्या होता है इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है.