नमस्कार मित्रो आज हम आपको MRI Full Form से जुडी जानकारी देने वाले है अक्सर कई बार अपने MRI के बारे में पढ़ा और सुना होगा लेकिन ज्यादातर लोगो को इसके बारे में पता नही होता की आखिर यह MRI होती क्या है और इसके फायदे क्या होते है तो ऐसे में यह आर्टिकल आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकता है इसमें हम आपको MRI से जुडी बेहद ही खास जानकारी देने वाले है.

MRI Full Form

कई लोगो के मन में MRI को लेकर अलग अलग प्रकार के सवाल होते है एवं जब भी कोई डॉक्टर किसी मरीज को MRI करने की सलाह देता है तो इसके बारे में सुनते ही लोग काफी ज्यादा घबरा जाते है हालांकि यह एक बेहद ही आसान महत्वपूर्ण टेस्ट होता है जिसके द्वारा कई प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है अगर आप MRI के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो MRI Full Form आर्टिकल को ध्यान से पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी समझ में आ सके.

MRI Full Form

जब कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो जाता है या उसे आतंरिक शारीरिक समस्या होती है तो इस स्थिति में डॉक्टर मरीज को MRI  करने की सलाह देते है क्युकी इसके माध्यम से शरीर के अंदर की पूरी जाँच बहुत ही आसान तरीके से की जाती है एवं इससे मरीज की बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकता है इस कारण से डॉक्टर मरीज को MRI  करने की सलाह देते है इससे जुडी अन्य जानकारी बताने से पहले हम आपको इसके पुरे नाम के बारे में बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.

MRI Ka Full Form: Magnetic Resonance imaging

हिंदी में इसे चुम्बकीय अनुनाद इमेजिंग कहा जाता है जो की चिकित्सा इमेजिंग तकनीक है जिसके द्वारा शरीर के किसी भी अंग एवं उत्तको की सटीक ढंग से छवियाँ बनायी जाती है एवं यह छवियाँ चुंबकीय क्षेत्र और कंप्यूटर से उत्पन्न रेडियो तरंग का उपयोग करके बनायीं जाती है इससे मरीज की मौजूदा स्थिति का पता चलता है एवं उसकी बीमारी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है.

MRI क्या है

यह एक प्रकार का टेस्ट होता है जो किसी भी मरीज की बीमारी का पता लगाने के लिए इस्तमाल किया जाता है इसकी मदद से मरीज के शरीर की एक छवि बनायी जाती है यह छवि चुंबक और रेडियो तरंगों से मिलकर बनती है एवं इसके द्वारा मरीज के शरीर की छोटी से छोटी बीमारी के बारे में पता लगाया जाता है यह टेस्ट काफी ज्यादा आसान और काफी ज्यादा सुरक्षित होता है जो किसी भी बीमारी के बारे में सटीक रिपोर्ट बनाकर तैयार करता है.

यह मशीन पूरी तरह से कंप्यूटर के आधार पर कार्य करती है जिस प्रकार से पहले शरीर के अंदरूनी हिस्सों का पता लगाने के लिए एक्सरे का उपयोग किया जाता था जिसमे रेडिएशन का उपयोग किया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता है जबकि MRI में किसी भी प्रकार के रेडिएशन का उपयोग नहीं किया जाता इसमें मैग्नेटिक फील्ड का उपयोग किया जाता है जिसकी मदद से शरीर के अंदरूनी हिस्सों को बहुत ही अच्छे और साफ़ तरीके से कंप्यूटर में देखा जा सकता है.

MRI स्कैन कब किया जाता है

कई अलग अलग अंगो की जाँच के लिए MRI स्कैन करने की सलाह दी जा सकती है ऐसे में आपको पता होना चाहिए की आखिर कौन कौनसी स्थिति में MRI स्कैन करवाया जा सकता है ऐसे में हम आपको उन सभी अंगो के बारे में बता रहे है जिनसे जुडी समस्या होने पर डॉक्टर MRI स्कैन करवाने की सलाह दे सकते है.

  • किसी प्रकार का ह्रदय रोग होने पर
  • लीवर से जुडी समस्या होने पर
  • फेंफड़ो की जाँच करने के लिए
  • अगर किसी व्यक्ति को मस्तिस्क से जुडी समस्या होने पर
  • किसी व्यक्ति को रीड की हड्डी में समस्या होने पर
  • अगर शरीर की हड्डी टूट जाये या क्षतिग्रस्त हो होने पर
  • जोड़ो में दर्द होने पर या जोड़ो से जुडी बीमारी होने पर
  • स्तन से जुडी किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर
  • गर्भाशय से जुडी किसी भी प्रकार की बीमारी की जाँच के लिए.

निम्न प्रकार की अलग अलग परिस्थिति में MRI स्कैन करने की सलाह दी जा सकती है एवं इसके अलावा भी कई अलग अलग बिमारियों की जाँच करने के लिए MRI स्कैन करने की सलाह दी जा सकती है.

MRI टेस्ट किस प्रकार से किया जाता है

MRI टेस्ट करने की प्रोसेस काफी ज्यादा आसान और सुरक्षित होती है हालांकि जिन लोगो को इसके बारे में जानकारी नही होती वो MRI स्कैन के बारे में सोचकर काफी ज्यादा परेशान हो जाते है ऐसे में हम आपको MRI स्कैन कैसे किया जाता है इसकी प्रोसेस बता रहे है जिसके बारे में आपको पता होना आवश्यक है.

  • MRI टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करके इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए इसके बाद अगर डॉक्टर आपको MRI करने की सलाह देता है तो ही आपको MRI टेस्ट करवाना चाहिए.
  • MRI टेस्ट करवाने के लिए आपको अस्पताल या लैब से तारीख दी जाती है उस तारीख को ही आप अपना MRI टेस्ट करवा सकते है इसलिए आपको दी गयी तारीख को अस्पताल में उपस्थित होना पड़ता है एवं जो छोटे बड़े टेस्ट होते है वो करवाने होते है.
  • इसके बाद डॉक्टर आपको MRI टेस्ट के लिए ले जाते है वहां पर आपको सभी प्रकार के इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट जैसे घडी, मोबाईल, एयरफोन आदि उतारने के लिए कहा जायेगा वो उतार दे.
  • अब आपने किसी भी प्रकार की ज्वेलरी पहनी हुई है या किसी भी प्रकार का धागा आदि बांधा हुआ है तो वो उतारने के लिए कहा जायेगा आपको वो सभी चीजे उतार देनी है.
  • अब आपको अपने कपडे खोलकर उसकी जगह अस्पताल का सफेद या नीले रंग का कपड़ा पहनने के लिए कहा जायेगा आप वो कपड़ा पहन ले.
  • अगर कोई महिला प्रेग्नेट है तो उसे MRI टेस्ट करने से पूर्व डॉक्टर की प्रेगनेंसी के बारे में बताना आवश्यक है नहीं तो बादमे कई प्रकार की गंभीर परेशानियां उत्पन्न हो सकती है.
  • अब आपको MRI मशीन में लेटने के लिए एक बेड की तरह शीट दी जाती है उसमे आपको डॉक्टर के बताये गये तरीके के अनुसार लेटना होगा.
  • इसके बाद डॉक्टर आपकी बॉडी को कंप्यूटर की मदद से MRI मशीन के अन्दर भेजते है जहां पर चुम्बकीय तरंगो के द्वारा आपके शरीर की छवि निकाली जाती है.
  • इस टेस्ट को क्लियर होने में थोडा टाइम लगता है तब तक आपको थोडा इंतज़ार करना होगा इसके बाद डॉक्टर कंप्यूटर के द्वारा आपको MRI मशीन से बाहर निकालते है.

अंत में डॉक्टर आपकी रिपोर्ट को तैयार करते है उसमे आपकी जो भी स्थिति है उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार की जाती है इसके द्वारा डॉक्टर को पता चल जाता है की मरीज को किस प्रकार की बिमारी है और मरीज का कौन कौनसा अंग बीमारी से ग्रसित है इसके बाद डॉक्टर मरीज को उपयुक्त इलाज देकर उसकी बीमारी का निदान करते है.

MRI करने के फायदे

MRI करने के कई अलग अलग प्रकार के फायदे होते है जैसा की आप जानते होगे की कई बार मरीज को ऐसी बीमारी हो जाती है जिसके बारे में डॉक्टर समझ नहीं पाते और दवाइयों से भी उसे किसी भी प्रकार का स्वास्थ्य लाभ देखने के लिए नहीं मिलता इस स्थिति में MRI स्कैन करवाकर मरीज की बीमारी के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त की जाती है एवं मरीज को कौनसी बीमारी है उसका पता लगाया जाता है इसमें किसी भी प्रकार की छोटी या गंभीर बीमारी का आसानी से पता चल जाता है,

जब मरीज की MRI की जाती है तो इसमें मरीज की हाल में क्या स्थिति है इसकी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाती है इसके साथ ही MRI स्कैन करने के लिए किसी भी प्रकार के रेडिएशन का उपयोग भी नही किया जाता इसलिए इससे स्वास्थ्य के ऊपर किसी भी प्रकार का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए ज्यादातर डॉक्टर मरीज को MRI टेस्ट करवाने की सलाह देते है.

MRI करने के नुकसान

MRI करने का कोई खास नुकसान नही है अगर आप डॉक्टर के परामर्श से MRI टेस्ट करवाते है तो इससे आपको किसी भी प्रकार के गंभीर नुकसान देखने के लिए नही मिलेगे एवं अगर कोई महिला अपना MRI टेस्ट करवना चाहती है और वो गर्भावती है तो इसके बारे में MRI करने से पहले डॉक्टर को इसकी जानकारी जरुर दे ताकि बादमे उस महिला को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े और उस महिला का उचित इलाज किया जा सके.

MRI करने का खर्च

अगर कोई भी व्यक्ति MRI करवाना चाहता है तो पहले इसे इसके खर्च की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए क्युकी हरा एक अस्पताल में इसका खर्च अलग अलग होता है सामान्यत इस टेस्ट के लिए आपको 5 हजार रूपए से लेकर 15 हजार रूपए तक का खर्च करने पड़ सकते है क्युकी सभी अस्पतालों में MRI टेस्ट के लिए अलग अलग चार्ज रखा गया है ऐसे में आप कौनसे अस्पताल में MRI टेस्ट करवाते है उसके ऊपर निर्भर करता है की आपको कितने पैसे खर्च करने पड़ेगे अगर आप सरकारी या किसी संस्था के अस्पताल में MRI टेस्ट करवाते है तो वहां पर आपको इसकी काफी कम फीस देनी पडती है.

निष्कर्ष: इस आर्टिकल में हमने आपको MRI Full Form के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है.

पिछला लेखMLC Ka Full Form: MLC किसे कहते है एवं इनका चयन कैसे होता है?
अगला लेखबैंक में कैशियर कैसे बने: आवश्यक योग्यता, चयन प्रक्रिया और वेतन

अपना सवाल यहाँ पूछे

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें