नमस्कार मित्रो आज हम आपको MIS क्या होता है और MIS का पूरा नाम क्या होता है इसके बारे में बताने वाले है अक्सर कई लोगो को इसके बारे में जानकारी नही होती की MIS क्या होता है एवं इस शब्द का इस्तमाल कब और किसलिए किया जाता है तो ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकती है इसमें हम आपको MIS से जुडी पूरी जानकारी विस्तृत रूप से बताने वाले है.
अक्सर कई लोगो के मन में MIS को लेकर अलग अलग प्रकार के सवाल आते है क्युकी ज्यादातर लोगो को इस शब्द से जुडी जानकारी नही होती ऐसे में हम आपको MIS क्या होता है एवं MIS किसे कहते है इसके बारे में पूरी जानकारी विस्तृत रूप से आपको बताने वाले है अगर आप इस शब्द से जुडी विस्तृत जानकारी चाहते है तो MIS क्या होता है इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़े.
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MIS क्या होता है
MIS का पूरा नाम “Management Information System” होता है जिसे हिंदी में “प्रबंध सूचना प्रणाली” भी कहा जाता है एवं यह एक ऐसा सिस्टम है जिसे किसी भी संगठन को सुचना उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से बनाया गया है एवं इसमें श्रोतो से डाटा एकत्रित करना, डाटा संकलित करना और उस डाटा को पढने योग्य बनाना आदि शामिल होता है ताकि इसका इस्तमाल करके आसानी से व्यापार का अध्ययन किया जा सके.
MIS का मुख्य उद्देश्य यही होता है की सही रूप से सूचना प्राप्त करना और उसे सही रूप से प्रस्तुत करना एवं इसकी दैनिय्क या साप्ताहिक रूप से रिपोर्ट तैयार करना व इस रिपोर्ट में संगठन से जुडी कई प्रकार की बेहद ही अहम् और उपयोगी जानकारी होती है जिसमे कई अलग अलग प्रकार की जानकारी संगृहीत होती है.
MIS की रिपोर्ट में संगठन की स्थिति क्या है, व्यापार कैसा चल रहा है, व्यापार मंदा किस कारण से चल रहा है इस तरह की तमाम जानकारी प्राप्त करके एक रिपोर्ट तैयार की जाती है इस तरह की तमाम जानकारी प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य यही है की संगठन और व्यापार की स्थिति में सुधार लाया जा सकै एवं इसे बेहतर बनाया जा सके.
MIS के प्रमुख भाग
MIS कई अलग अलग भागो में कार्य करता है एवं इसमें कई तरह के कार्य होते है जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए हम आपको इसके कुछ विशेष भाग बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.
- मैनेजमेंट करना – यह MIS का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है इस भाग में संगठन के सभी लोग मिलकर संगठन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए कार्य करते है एवं संगठन के सभी मैनेजमेंट को संभालने का कार्य करते है इसके अंतर्गत प्लानिंग, ऑर्गेनाइजिंग और कंट्रोलिंग का कार्य किया जाता है.
- प्लानिंग करना – MIS के कार्यो के अंतर्गत प्लानिंग करना भी शामिल होता है एवं इसमें यह देखा जाता है की संगठन का मुख्य उद्देश्य क्या है एवं इसके बाद संगठन के उन उद्देश्यों को पुरा करने के लिए कार्य किया जाता है.
- ओर्गानिज़िंग करना – किसी भी कार्य को सही तरीके से पूरा करने के लिए उसे सही ढंग से ओर्गानिज़िंग करना बेहद ही जरुरी होता है एवं इसमें सही प्रकार की रणनीति बनायीं जाती है उसके आधार पर कार्य किया जाता है.
- कंट्रोलिंग करना – यह भी MIS का महत्वपूर्ण भाग होता है इसके अंतर्गत सभी प्रकार की एक्टिविटी को नापा जाता है एवं उनकी जाँच की जाती है.
- इनफार्मेशन रखना – किसी भी संगठन के सही प्रकार के संचालन के लिए इनफार्मेशन बेहद ही महत्वपूर्ण होती है इसमें सभी प्रकार की जानकारियों को एकत्रित किया जाता है एवं उसके आधार पर संघठन का संचालन किया जाता है.
निम्न तत्वों के आधार पर MIS संचालित होता है एवं इसमें कई अलग अलग भाग होते है जिनके आधार पर इस संगठन को सही प्रकार से संचालित किया जाता है.
MIS के मुख्य उद्देश्य
MIS को कई खास उद्देश्य से शुरू किया गया था एवं हाल में इसके कई सारे उद्देश्य है जिसमे से हम आपको कुछ बेहद ही खास उद्देश्यों के बारे में बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.
- डाटा एकत्रित करना – यह MIS के मुख्य कार्यो में से एक होता है इसमें MIS अपने प्रमुख श्रोतो से आतंरिक एवं बाहरी डाटा एकत्रित करना होता है एवं इस डाटा का इस्तमाल संगठन के सही प्रकार से संचालन के लिए करना होता है.
- जानकारी इकठ्ठा करना – किसी भी प्रकार की जानकारी को एकत्रित करना भी इनका मुख्य उद्देश्य होता है यह भविष्य में संग्रह के लिए जानकारी को एकत्रित करते है.
- डाटा प्रोसेसिंग करना – इसमें जो डाटा प्राप्त होता है उसको प्रोसेसिंग किया जाता है एवं उपयोगी डाटा को अलग करके उसे सुरक्षित रखा जाता है ताकि भविष्य में जरुरत पड़ने पर उसका इस्तमाल किया जा सके.
- उपयोगकर्ता को डाटा उपलब्ध कराना – अगर किसी भी उपयोगकर्ता को कभी भी डाटा की जरूरत पडती है तो MIS के द्वारा उपयोगकर्ता को डाटा देने की प्रक्रिया को सक्षम बनाया गया है.
इस तरह से MIS के कई तरह के मुख्य उद्देश्य है जिसके लिए इस संगठन को बनाया गया है एवं यह संगठन केवल अपने आवश्यक उदेश्यों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है और उसे पूरा करने का कार्य करता है.
MIS के नुकसान
जिस प्रकार से MIS के कई तरह के अलग अलग फायदे होते है ठीक उसी प्रकार से MIS के कुछ नुकसान भी होते है जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए MIS थोडा महँगा होता है क्युकी इसमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेर की लागत भी शामिल होती है एवं इसका संचालन करना थोडा मुश्किल होता है इसलिए इसका संचालन करने के लिए किसी भी उपयोगकर्ता को बेहतर प्रशिक्षण की जरुरत होती है तभी वो इसका सही तरीके से संचालन कर सकता है.
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इस आर्टिकल में हमने आपको MIS क्या होता है एवं MIS का पूरा नाम क्या है इसके बारे में जानकारी देने का प्रयत्न किया है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकता है.