नमस्कार मित्रो आज हम आपको लेक्चरर कैसे बने इसके बारे में बताने वाले है अगर आप कॉलेज या टीचिंग से जुडी नौकरी प्राप्त करना चाहते है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही अच्छी साबित हो सकती है इसमें आपको कॉलेज के स्टूडेंट्स को पढ़ाने का मौका मिलता है इस कारण से अक्सर ज्यादातर लोग इस क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करना का प्रयत्न करते है पर अधिकांश लोगो को इसके बारे में जानकारी नही होती की आखिर हम एक लेक्चरर कैसे बन सकते है.
अक्सर कई लोगो का सपना होता है की वो कॉलेज में लेक्चरर बने पर ज्यादातर लोगो को इसके बारे में जानकारी न होने के कारण उनका सपना पूरा नही हो पाता ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है क्युकी इसमें हम आपको लेक्चरर बनने के सबसे आसान और बेहतरीन तरीके के बारे में बतायेगे जिसे अपनाकर आप बहुत ही आसानी से एक लेक्चरर बन सकते है.
- Primary ka Master कैसे बने? ( प्राइमरी का मास्टर कैसे बने )
- Assistant Professor Kaise Bane : असिस्टेंट प्रोफ़ेसर बनने का तरीका
- LLB Full Form in Hindi : एलएलबी क्या होता हैं व कैसे करे
- IPS Full Form in Hindi : आईपीएस क्या हैं और कैसे बने
- CID व CBI क्या होता हैं व दोनों में क्या अंतर है
लेक्चरर कैसे बने
लेक्चरर बनना इतना ज्यादा आसान नही होता क्युकी यह बहुत ही जिम्मेदारी वाली पोस्ट होती है और इसमें आपको कॉलेज के स्टूडेंट को पढाना होता है ऐसे में आपको किसी भी एक सब्जेक्ट के बारे में बहुत ही अच्छी जानकारी होनी चाहिए तभी आप किसी भी स्टूडेंट्स को सही से पढ़ाने में सक्षम हो सकते है एवं जब आप किसी सब्जेक्ट में एक्सपर्ट हो जाते है तो इसके बाद आपका लेक्चरर बनना काफी ज्यादा आसान हो जायेगा और आप अपने लेक्चरर बनने के सपने को बहुत ही आसानी से पूरा कर पायेगे.
लेक्चरर बनने के लिए आपको किसी भी एक सब्जेक्ट में फोकस करना होगा जिसमे आपकी सबसे ज्यादा रूचि है क्युकी जब आप लेक्चरर बन जाते है तो इसके बाद आपको वो ही सब्जेक्ट दुसरे स्टूडेंट को पढ़ाना होता है ऐसे में आपको उस सब्जेक्ट के बारे में जानकारी होगी तभी आप दुसरो को अच्छे से वो सब्जेक्ट पढ़ा पायेगे एवं इसके साथ ही आपको कुछ आसान सी प्रोसेस को भी फॉलो करना होता है जिसके बारे में हम आपको बता रहे है.
लेक्चरर बनने के लिए उम्र सीमा
अगर आपको लेक्चरर बनना है तो इसके लिए आपकी न्यूनतम उम्र 21 वर्ष एवं अधिकतम उम्र 35 वर्ष तक होनी अनिवार्य है इसके बाद ही आप लेक्चरर के लिए आवेदन कर सकते है एवं आरक्षित वर्गों को उम्र में नियमानुसार छुट देने का भी प्रावधान होता है जो की निम्न प्रकार से है.
- ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यार्थियों को 3 वर्ष की छुट दी जाएगी.
- पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को 5 वर्ष की छुट दी जाएगी.
- एससी एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को 15 वर्ष की छुट प्रदान की जायगी.
निम्न प्रकार से आरक्षित वर्गों को इसमें नियाम्नुसार छुट देने का प्रावधान होता है इसकी विस्तृत जानकारी आप इसके अधिकारिक नोटिफिकेशन में देख सकते है उसमे आपको उम्र सीमा और उम्र में छुट देने से जुडी पूरी जानकारी सटीक रूप से बताई जाती है.
बाहरवी अच्छे अंको से उतीर्ण करें
आपको लेक्चरर बनना है तो इसके लिए आपको सबसे पहले तो किसी भी एक स्ट्रीम में बाहरवी उतीर्ण करनी होती है एवं आपके बाहरवी में जितने ज्यादा अंक होगे आपके लिए लेक्चरर बनना उतना ही ज्यादा आसान होगा इसलिए जितना हो सके उतना आप बाहरवी में अच्छे अंक लाने का प्रयत्न करे यह आपके लेक्चरर बनने में काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है एवं आपको बाहरवी किसी भी मान्यताप्राप्त विधालय से ही करनी है तभी आप लेक्चरर बन पायेगे.
ग्रेजुएशन उतीर्ण करें
जब आपकी बाहरवी उतीर्ण हो जाती है तो इसके बाद आपको किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविधालय से ग्रेजुएशन करना होता है आप किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन कर सकते है पर आपको इस बात का ध्यान रखना है की जिस सब्जेक्ट में आपको लेक्चरर बनना है ग्रेजुएशन में आपका वो सब्जेक्ट होना अनिवार्य है एवं आपके ग्रेजुएशन में कम से कम 55% अंक होने चाहिए तभी आपका लेक्चरर बनने का सपना पूरा हो पायेगा.
पोस्ट ग्रेजुएशन करें
आप स्नातक कर लेते है तो इसके बाद आपको पोस्ट ग्रेजुएशन करना होता है एवं पोस्ट ग्रेजुएशन आपको उस सब्जेक्ट से करना होता जिसमें आपको लेक्चरर बनना है क्युकी इसमें आपका जो भी सब्जेक्ट होगा उस सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप स्पेशलिस्ट बन जाते है और वो सब्जेक्ट समझना और पढ़ाना आपके लिए काफी ज्यादा आसान हो जाता है इसके बाद आप किसी भी स्टूडेंट को बहुत ही आसानी से वो सब्जेक्ट पढ़ा पायेगे एवं ध्यान रखे की पोस्ट ग्रेजुएशन में आपके जितने ज्यादा अंक होगे आपके लिए यह उतना ही ज्यादा फायदेमंद साबित होगा.
आपको लेक्चरर बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक प्राप्त होने जरुरी है उसके बाद आप लेक्चरर के लिए आवेदन कर सकते है और अगर आपके पोस्ट ग्रेजुएशन में अंक अच्छे है तो आपको लेक्चरर की पोस्ट में नौकरी प्राप्त करने में भी काफी ज्यादा आसानी होगी और आपके प्रमोशन के चांस भी काफी ज्यादा बढ़ जायेगे.
UGC NET परीक्षा दे
कई लोग सोचते है की वो पोस्ट ग्रेजुएशन कर लेते है तो इसके बाद डायरेक्ट उन्हें किसी भी कॉलेज में लेक्चरर की पोस्ट पर नौकरी मिल जाएगी जो की उनकी सबसे बड़ी गलती होती है क्युकी जब तक आप UGC NET को उतीर्ण नही कर लेते तब तक आप लेक्चरर नहीं बन सकते इसलिए पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद सबसे पहले आपको UGC NET के लिए आवेदन करना होता है.
इसमें आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है व जब आप इसमें आवेदन करते है तो इसके बाद आपको UGC NET की परीक्षा में शामिल होना होता है और उस परीक्षा को अच्छे अंको के साथ उतीर्ण करना होता है उसके बाद ही आप किसी भी कॉलेज में लेक्चरर के पद पर नौकरी प्राप्त कर सकते है और अपने लेक्चरर बनने के सपने को पूरा कर सकते है.
M.Phil या P.hd करें
जब आप UGC NET की परीक्षा क्लियर कर लेते है तो इसके बाद आपको आसानी से लेक्चरर की पोस्ट पर नौकरी मिल जाती है लेकिन अगर आपको अच्छे और पोपुलर कॉलेज में लेक्चरर बनना है तो इसके लिए आपको M.Phil या P.hd करनी होती है इसे करने के बाद आपको किसी भी अच्छी पोस्ट पर आसानी से नौकरी मिल जाती है और आप M.Phil या P.hd करने बाद किसी भी सब्जेक्ट में विख्याता बन जाते है इसलिए यह कोर्स करने के बाद आपके लिए लेक्चरर बनना काफी ज्यादा आसान हो जाता है.
लेक्चरर की पढाई करने के बाद जॉब
जब आप लेक्चरर की पढाई पूरी कर लेते है तो इसके बाद आपको कई तरह की पोस्ट पर नौकरी प्राप्त हो सकती है व आप कई अलग अलग पोस्ट में अपना कैरियर बना सकते है, हम आपको कुछ बेहतरीन पोस्ट के बारे में बता रहे है अगर आप चाहे तो लेक्चरर की पढाई करने के बाद इन पोस्ट पर भी आवेदन कर सकते है.
- कॉलेज लेक्चरर
- रीडर
- प्रोफेसर
- असिस्टेंट प्रोफेसर
- विभागाध्यक्ष
लेक्चरर के कार्य
एक लेक्चरर को कई अलग अलग तरह के कार्य करने होते है व इनके सबसे कार्य सम्बंधित कॉलेज और शिक्षा से जुड़े हुए होते है ऐसे में हम आपको कुछ मुख्य कार्यो के बारे में बता रहे है जो की एक लेक्चरर को करने होते है वह कार्य निम्न प्रकार से है.
- क्लास शुरू होने से पहले लेक्चर और टेस्ट आदि तैयर करना.
- क्लास की असाइनमेंट को देखना.
- एग्जाम या टेस्ट के प्रश्न पत्र तैयार करना और एग्जाम को कॉपी चेक करना.
- विधार्थियों के ग्रेड की गिनती करना.
- अपने स्टूडेंट को हर उपयुक्त और सही सलाह या मदद देना.
- हमेशा नयी नयी चीजो पर रिसर्च करना और विधार्थियों के सामने प्रस्तुत करना.
- सेमिनार को अटेंड करना.
- स्टूडेंट की काउंसिलिंग करवाना.
- रिसर्च में स्टूडेंट की मदद करना.
- सार्वजनिक व्याख्यान को तैयार करना.
- स्टूडेंट्स को पढ़ना और समझाना.
- स्टूडेंट को गलत रास्ते पर जाने से बचाना.
यह सभी कार्य एक लेक्चरर को करने होते है व इसके अलावा भी इन्हें कई तरह के कार्य करने होते है जब आप लेक्चरर बन जाते है तो आपको इनके सभी कार्यो के बारे में पता चल जाता है एवं आपको भी इस तरह के सभी कार्य करने होते है.
Lecturer की सैलरी
एक लेक्चरर को बहुत ही अच्छा वेतन दिया जाता है इसमें आपको कितना वेतन मिलेगा यह इसके ऊपर निर्भर करता है की आप किस कॉलेज में सेवा दे रहे है व कितने वर्ष से आप लेक्चरर की पोस्ट पर है एवं एक लेक्चरर को तक़रीबन 10,000/- रूपए से लेकर 50,000/- रूपए तक का वेतन दिया जाता है वही समय में साथ आपका वेतन भी बढ़ता जाता है.
कई Lecturer ऐसे भी होते है जिनको महीने की लाखो रूपए की सैलरी दी जाती है पर यह सब उनके अनुभव और पढ़ाने के तरीके के ऊपर निर्भर करता है की इन्हें कितना वेतन दिया जायेगा व इसके साथ ही एक लेक्चरर कोचिंग क्लास, खुद का स्कूल आदि खोलकर भी कमाई कर सकते है एवं आपको जिस कॉलेज में लेक्चरर के रूप में नौकरी प्राप्त होती है उस कॉलेज के नियमानुसार आपको वेतन प्रदान किया जाता है.
- लेखपाल कैसे बने व पटवारी बनने के लिए क्या करें
- पुलिस में ACP कैसे बने व ACP का पूरा नाम क्या है हिंदी में
- Data Scientist Kaise Bane : डाटा साइंटिस्ट कैसे बने पूरी जानकारी
- Eye Doctor Kaise Bane : आँखों का डॉक्टर कैसे बने पूरी जानकारी
- General Insurance Agent कैसे बने व इससे पैसे कैसे कमाए
इस आर्टिकल में हमने आपको लेक्चरर कैसे बने इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने मित्रो के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहे तो हमे कमेंट करके बता सकते है.