नमस्कार मित्रो आज हम आपको हर्निया क्या होता है इसके बारे में बताने वाले है अक्सर बहुत से लोगो को इसके बारे में पता नही होता की हर्निया किसे कहते है या हर्निया कैसा होता है तो ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है इसमें हम आपको हर्निया से जुडी बेहद ही खास जानकारी बताने वाले है इसके साथ हर्निया के बेहतरीन इलाज के बारे में भी बताने वाले है जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए.
हाल में कई लोगो में हर्निया की समस्या होती है व यह किसी भी उम्र में देखने के लिए मिल सकती है एवं अगर किसी भी व्यक्ति को हर्निया की समस्या है तो इसकी पहचान बहुत ही आसानी से की जा सकती है हाल में इस तरह की समस्या इतनी गंभीर तो नही होती लेकिन अगर समय पर इसका इलाज न किया जाये तो बादमे यह बड़ी समस्या बनकर सामने आ सकती है ऐसे में आपको हर्निया क्या होता है और इससे जुडी कुछ खास बातो के बारे में जानकारी होनी बेहद ही आवश्यक है.
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हर्निया क्या होता है
हमारे शरीर का कोई भी अंदरूनी अंग या हिस्सा जब शरीर में किसी छेद के माध्यम से बाहर आने लगता है तो उसी को हर्निया कहा जाता है एवं इसमें से पेट की मांसपेशिया, उत्तक या आंत आदि पेट की कमजोर दीवार को भेदकर के बाहर आ आने लग जाती है लेकिन पेट में हर्निया होना हाल में एक आम बात मानी जाती है और इसके कई तरह के इलाज भी है जिसके माध्यम से इस तरह की समस्या से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है.
हर्निया होना कोई गंभीर समस्या नहीं है इस तरह की बिमारी में सामान्य से लेकर गंभीर दर्द तक महसूस हो सकता है और यह दर्द समय के साथ बढ़ता रहता है अगर समय पर हर्निया का इलाज न किया जाये तो इसके कारण गंभीर जटिलताओं का सामना भी करना पड़ सकता है हालांकि इस तरह का रोग होने पर ऑपरेशन के द्वारा इलाज किया जाता है.
हर्निया कितने प्रकार का होता है
हर्निया को कई अलग अलग श्रेणी में बांटा गया है व इनके लक्षण, इलाज आदि भी अलग अलग प्रकार के होते है यह कुल 4 प्रकार के होते है जो की निम्न प्रकार से है.
- वंक्षण हर्निया
- हाइटल हर्निया
- नाल हर्निया
- उदर हर्निया
वंक्षण हर्निया
इस हर्निया को सबसे आम हर्निया माना जाता है यह हर्निया तब होता है जब आंते कमजोर जगह से बाहर आने लगती है या पेट की निचली दीवार फटने लगती है इस तरह की समस्या अक्सर वंक्षण नलीका में ज्यादा पायी जाती है यह नलीका कमर वाले हिस्से में पायी जाती है एवं वंक्षण नलीका में एक लिंगामेंट पाया जाता है जो की गर्भाशय को सही जगह पर बनाए रखता है पुरुषो में वंक्षण हर्निया होना एक आम बात मानी जाती है.
हाइटल हर्निया
इस तरह का हर्निया तब होता है जब किसी भी व्यक्ति के पेट का हिस्सा डायाक्रम के माध्यम से छाती गुहा में फ़ैलाने लगता है एवं डायाक्रम हमारे फेफड़ों में वायु को सिकोड़ने एवं खींचने में मदद करता है जिससे हमे सांस लेने में मदद मिलती है एवं यह पेट के अंगो को छाती के अंगो से अलग करने का कार्य करता है.
इस तरह का हर्निया 55 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगो में होना आम माना जाता है पर कई बार इस तरह का हर्निया बच्चो में भी होने लग जाता है, हाइटल हर्निया जन्मजात या जन्म अनियमितता के कारण होता है यह हर्निया मुख्य रूप से गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग के कारण बनता है.
नाल हर्निया
नाल हर्निया मुख्यत बच्चो में और शिशुओ में देखने के लिए मिलता है इस तरह का हर्निया उस वक्त होता है जब आंत नाभि के आस पास पेट की किसी दीवार को भेदकर बाहर निकल जाती है एवं यह दिखने में सर्ट के बटन के जैसा होता है जिसमे आपको थोडा सा उभार देखने के लिए मिल सकता है एवं इसके लक्षण आपको उस वक्त ज्यादा साफ़ दिखाई देते है जब वो बच्चा रो रहा हो.
यह हर्निया अक्सर 1 से 2 वर्ष के बच्चो में ज्यादा देखने के लिए मिलता है व ज्यादातर मामलों में यह हर्निया अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन किसी बच्चे में यह हर्निया 5 वर्ष की उम्र तक ठीक नही होता तो इसकी सर्जरी की जा सकती है उसके माध्यम से इस हर्निया का इलाज किया जाता है एवं कई बार नाल हर्निया वयस्क लोगो में भी हो सकता है वयस्क लोगो में मोटापे, पेट में तरल पदार्थ और गर्भावस्था के कारण पेट पर बार बार तनाव पड़ने से नाल हर्निया हो सकता है.
उदर हर्निया
उदर हर्निया तब होता है जब व्यक्ति के शरीर के ऊतक पेट की मांसपेशियों में छेद के माध्यम से उभरने लगते है उदर हर्निया को साफ़ साफ़ देखा भी जा सकता है जब व्यक्ति लेटता है तो उस वक्त उदर हर्निया का आकार कम हो जाता है यह हर्निया आकस्मिक हर्निया के रूप में भी जाना जाता है व उदर हर्निया मांसपेशियों की शल्य चिकित्सा या कमजोरी के कारण हो सकता है.
हर्निया होने के लक्षण क्या है
किसी भी व्यक्ति को हर्निया होता है तो उसमे कई तरह के लक्षण देखने के लिए मिल सकते है जिनके बारे में आपको पता होना आवश्यक है हम आपको इसके कुछ मुख्य लक्षण के बारे में बता रहे है जो की निम्न प्रकार से है.
- शरीर में खिचाव महसूस होना
- शरीर का अंग उभर के बाहर आना
- तेज दर्द महसूस होना
- जी मचलना
- बुखार आना
- कब्ज होना
- उल्टी होना
- किसी अंग में लगातार सुजन रहना
इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर हर्निया की समस्या हो सकती है एवं किसी भी व्यक्ति के शरीर में इस तरह के लक्षण दिखाई देते है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इसका टेस्ट करवाना चाहिए ताकि समय पर इसका इलाज किया जा सके.
हर्निया होने के मुख्य कारण क्या है
किसी भी व्यक्ति में हर्निया होने के कई मुख्य लक्षण हो सकते है जिससे इस तरह की समस्या होती है हम आपको इसके कुछ मुख्य लक्षणों के बारे में बता रहे है जिनसे हर्निया होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
- जन्मजात हर्निया
- उम्र बढ़ने से
- कोई चोट लगने पर
- किसी सर्जरी के कारण
- ज्यादा वजन उठाने से
- बहुत ज्यादा व्यायाम करने से
- पुरानी खांसी के कारण
- गर्भावस्था के समय
- कब्ज या मल त्यागते वक्त ज्यादा तनाव पड़ने से
- ज्यादा वजन उठाने पर
- ज्यादा मोटापे के कारण
- जलोदर के कारण
हर्निया से बचने के तरीके
कोई भी व्यक्ति हर्निया की समस्या से बचना चाहता है तो इसके कई तरीके है जिन्हें अपनाकर आप बेहद ही आसानी से इस तरह की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है इसके लिए हम आपको जो तरीके बता रहे है आप इन तरीको को भी अपनाकर हर्निया की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है.
- धुम्रपान न करें
- वजन को नियंत्रित रखे
- लम्बे समय तक खांसी रहने पर डॉक्टर को दिखाए
- क्षमता से अधिक वजन न उठाये
- तनाव से बचे
- ज्यादा कब्ज होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
- चोट लगने पर डॉक्टर से सम्पर्क करे
- पेट की सर्जरी होने पर सावधानी बरते
अगर आप इस तरह की सावधानी रखते है तो इससे आप हर्निया की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है और इस तरह की बिमारी से बच सकते है इसके साथ ही आपको किसी भी प्रकार का वहम हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
हर्निया की सर्जरी होने पर सावधानी
किसी भी व्यक्ति की हर्निया की सर्जरी होती है तो इसके बाद कई तरह की सावधानी बरतने की जरुरत होती है हालांकि सर्जरी के बाद डॉक्टर सभी सावधानियों के बारे में बताते है की कौन कौनसी सावधानी बरतने की जरुरत होती है एवं हम आपको कुछ खास सावधानी के बारे में बता रहे है जिनके बारे में आपको ध्यान रखना चाहिए.
- सर्जरी के बाद भी चिकित्सक से परामर्श लेते रहे
- समय पर दवाओं के सेवन करें
- कम से कम 5 से 6 दिन पूरी तरह से आराम करें
- वजन को न बढ़ने दे
- सर्जरी के बाद कुछ महीनो तक भरी वजन न उठाये
- तेज आवाज में बातचीत न करें
- ज्यादा न चिल्लाये
- डॉक्टर के परामर्श के बिना योग या व्यायाम न करे
- पानी या तरल पदार्थी का पर्याप्त रूप से सेवन करें
- धुम्रपान करने से बचे
- चाय, कॉफ़ी और अल्कोहल लेने से बचे
- ज्यादा खट्टा या तीखा सेवन न करें
- ज्यादा समय तक वाहन न चलाये
- ज्यादा मसालेदार या तैलीय पदार्थो का सेवन न करें
- ज्यादा फल फ्रूट्स का सेवन करें
- मांस आदि का सेवन करने से बचे
- ठण्ड से बचे ताकि सर्दी खांसी न हो
- कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
- डॉक्टर से पूछे बिना कोई फालतू दवाई न ले
निम्न प्रकार की सावधानी रखनी बेहद ही आवश्यक है अगर आप इस तरह की सावधानी बरतते है तो इससे आप सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है.
हर्निया का इलाज क्या है
हर्निया का इलाज सर्जरी के द्वारा ही किया जाता है किसी भी व्यक्ति को हर्निया की समस्या होती है तो इसके बाद डॉक्टर के द्वारा पहले टेस्ट किया जाता है और हर्निया की स्थिति को देखा जाता है इसके बाद डॉक्टर के द्वारा सर्जरी की तारीख दी जाती है और सर्जरी के द्वारा इसका इलाज किया जाता है हालांकि समस्या कम हो तो कई बार बिना सर्जरी के दवाओं के माध्यम से भी इसका इलाज किया जा सकता है.
हर्निया का घरेलु इलाज
हर्निया की समस्या होने पर आप घरेलु उपाय अपना सकते है इसके द्वारा आपको हर्निया की समस्या से जल्दी ही छुटकारा मिल जाता है और आपको काफी ज्यादा आराम भी देखने के लिए मिल सकता है ऐसे में हम आपको कुछ बेहतरीन घरेलू इलाज के बारे में बता रहे है जिन्हें आप अपना सकते है यह घरेलु इलाज निम्न प्रकार से है.
गुनगुना पानी पीये
हर्निया की समस्या होने पर गुनगुना पानी आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है क्युकी इसके सेवन से मांसपेशियों को राहती मिलती है और हर्निया की समस्या भी जल्दी ठीक होने लग जाती है इसके लिए आपको प्रतिदिन सुबह उठकर नियमित रूप से गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए आप चाहे तो दिन में 2 बार गुनगुने पानी का सेवन कर सकते है इससे आपको काफी जल्दी बेहतर रिजल्ट मिलना शुरू हो जाते है.
सेब के सिरका का सेवन
किसी भी व्यक्ति को हाइटल हर्निया है तो इसके लिए सेब का सिरका काफी ज्यादा फायदेमंद सबित हो सकता है इसका नियमित रूप से सेवन करने पर हाइटल हर्निया के लक्षण कम होते है इसके लिए आप एक से दो चम्मच सेब का सिरका ले और इसको एक ग्लास पानी में मिला ले अब आप प्रतिदिन खाना खाने से पहले धीरे धीरे इसका सेवन करे इससे आपको काफी ज्यादा आराम देखने के लिए मिलेगा.
दालचीनी का सेवन
आप चाहे तो हर्निया की समस्या से राहत पाने के लिए दालचीनी का सेवन भी कर सकते है इसके लिए आपको आधा चम्मच दालचीनी लेनी है और आधा कप पानी लेना है अब पानी में दालचीनी मिलाकर इसे थोड़ी देर तक उबाले उसके बाद आप इसे चाय की तरह पी लीजिये कुछ दिन तक इसका नियमित सेवन करने से आपको हर्निया में काफी ज्यादा राहत देखने के लिए मिल सकती है.
बैकिंग सोडा का सेवन
आप हर्निया की समस्या से राहत पाने के लिए बैकिंग सोडा का सेवन भी कर सकते है इसके लिए आपको आधा चम्मच बैकिंग सोडा लेना है उसे आप एक ग्लास पानी में मिला ले इसके बाद आप इसे तुरंत पी ले यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है लेकिन इसका इस्तमाल तभी करना चाहिए जब आपको वास्तव में इसकी जरुरत हो.
पोष्टिक आहार ले
हर्निया की समस्या होने पर आपको पोष्टिक आहार लेना चाहिए यह स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है इसका सेवन करने से आपको काफी ज्यादा फायदा देखने के लिए मिलेगा इसके लिए आप हरी सब्जिया, अंडे, दाल, दूध, दही आदि कई तरह के भोजन का सेवन कर सकते है प्रतिदिन पोष्टिक आहार का सेवन करने से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है और हर्निया में भी आपको काफी लाभ देखने के लिए मिलेगा.
कैमोमाइल चाय का सेवन करने
आप हर्निया से राहत पाने के लिए कैमोमाइल चाय का सेवन कर सकते है इसके लिए आपको आधा चम्मच कैमोमाइल चाय लेनी है उसे आप एक कप पानी में मिला ले अब आप इसको कुछ देर तक अच्छे से उबाल ले बादमे आपको इसे छानकर पी लेना है इससे सुजन कम होती है और हर्निया के दर्द से भी राहत मिलती है इस तरह से इसका सेवन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.
भरपूर पानी पीये
हाइटल हर्निया होने पर शरीर को हाइड्रेट रखना बेहद ही आवश्यक है इसके लिए आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए एवं आपको इस बात का ध्यान रखना होगा की खाना खाने से एक घंटे पहले या खाना खाने के एक घंटे बाद तक पानी न पिए इसके बाद आप पानी पी सकते है इससे आपको हाइटल हर्निया में काफी ज्यादा फायदा देखने के लिए मिलेगा.
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इस आर्टिकल में हमने आपको हर्निया क्या होता है इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है.