नमस्कार मित्रो आज हम आपको Gp Full Form In Hindi के बारे में बताने वाले है अक्सर अपने कई बार जीपी के बारे में सुना और पढ़ा होगा लेकिन कई लोगो को इसके बारे में विस्तृत जानकारी नही होती की आखिर यह जीपी होता क्या है और इसका पूरा नाम क्या होता है तो ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकती है इसमें हम आपको जीपी के बारे में बेहद ही ख़ास जानकारी बताने वाले है.

Gp Full Form In Hindi

कई लोग अक्सर जीपी के बारे में पूछते रहते है की जीपी क्या होता है, जीपी किसे कहते है एवं इनके कार्य आदि क्या क्या होते है तो यह आर्टिकल इसीलिए लिखा गया है ताकि हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी बता सके जिन लोगो को जीपी के बारे में जानना है वो हमारा Gp Full Form In Hindi आर्टिकल ध्यान से पढ़े ताकि आपको हमारी बताई गयी जानकारी समझ में आ सके.

GP Full Form In Hindi

हाल में हर एक व्यक्ति की जीपी के बारे में पता होना बेहद ही जरुरी है जीपी क्या होता है और किसे कहते है इसके बारे में बताने से पहले हम आपको इसके पुरे नाम के बारे में बता रहे है जो की निम्न प्रकार से है.

GP Full Form – Gram Panchayat

हिंदी में इसको ग्राम पंचायत भी कहा जाता है एवं ग्रामीण क्षेत्रो में विकास करने एवं योजनाओं को लागू करने के लिए गावो के द्वारा बनायी गयी यह एक संस्थान है जिसका प्रधान गाँव का सरपंच होता है जिसका चुनाव सम्बंधित गाँव की आम जनता के द्वारा ही किया जाता है.

ग्राम पंचायत क्या है

ग्राम पंचायत का प्रमुख गाँव का सरपंच होता है इसके साथ ही एक गाँव को कई अलग अलग वार्ड में विभाजित किया जाता है इसके प्रमुख व्यक्ति को वार्डपंच कहा जाता है यह सभी लोग ग्राम पंचायत का सही तरह से संचालन करते है एवं गाँवों के विकास के लिए कार्य करते है एवं हर एक ग्राम पंचायत में राज्य सरकार द्वारा पंचायत सचिव / ग्राम सेवक की नियुक्ति दी जाती है जो गाँवो में विकास करने के लिए कार्य करते है.

ग्राम पंचायत के सदस्यों का चुनाव प्रत्येक 5 वर्षो में लोकतांत्रिक तरीके से गाँव की जनता के द्वारा किया जाता है इसके लिए मतदान करवाए जाते है उसके माध्यम से ग्राम पंचायत के सदस्यों का चयन किया जाता है इसके साथ ही अगर गाँव के लोग निर्विरोध किसी को वार्डपंच या सरपंच बनाना चाहे तो भी बना सकते है.

किसी भी गाँव के ग्राम पंचायत में एक ही सरपंच होता है लेकिन हर एक गाँव में वहां की जनसख्याँ के आधार पर एक या एक से अधिक वार्डपंच हो सकते है किसी भी गाँव में वार्डपंचो की संख्या निम्न प्रकार से होती है.

  • 500 तक की जनसंख्या होने पर 05 वार्डपंच
  • 501 से 1000 तक की जनसंख्या होने पर 07 वार्डपंच
  • 1001 से 2000 तक की जनसंख्या होने पर 09 वार्डपंच
  • 2001 से 3000 तक की जनसंख्या होने पर 11 वार्डपंच
  • 3001 से 5000 तक की जनसंख्या होने पर 13 वार्डपंच
  • 5000 से अधिक जनसँख्या होने पर 15 वार्डपंच

निम्न प्रकार से किसी भी गाँव की जनसँख्या के आधार पर वहां के वार्डपंचो की संख्या निश्चित की जाती है जिस गाँव में जितनी ज्यादा जनसंख्या होगी उतने ही ज्यादा उस गाँव में वार्डपंच होगे.

ग्राम पंचायत के कार्य

ग्राम पंचायत के कार्य कई अलग अलग प्रकार के होते है एवं ग्रामीण क्षेत्रो के विकास के लिए हर एक गाँव में ग्राम पंचायत की स्थापना की गयी है एवं पंचायत को सौपे गये 29 कार्यो में से वार्षिक बजट बनाना ग्राम पंचायत का प्रमुख कार्य होता है इसके साथ ही इन्हें अन्य कई प्रकार के अलग अलग कार्य करने होते है जो की निम्न प्रकार से है.

  • गाँव में पक्की सड़क बनाना एवं उनका रख रखाव करना
  • गाँव में गंदे पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण करना एवं उनकी सफाई करवाना
  • घरेलु उपयोग एवं पशुओ के लिए पीने के पानी की व्यवस्था करना एवं अपने गाँव के तालाबो का रख रखाव करना
  • सिंचाई के साधनों की व्यवस्था करने में ग्रामीणों की सहायता करना.
  • गाँव में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन करवाना.
  • पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देना एवं पशुओ की बीमारियों से बचाव के लिए उपयुक्त कदम उठाना.
  • अपने गाँव के शमशान का रख रखाव रखना
  • गाँव में सार्वजनिक पुस्तकायल की व्यवस्था करना एवं रखरखाव करना.
  • अपने गाँव में उच्च शिक्षा के लिए जनता को प्रेरित करना एवं अपने गाँव में स्कुल आदि की व्यवस्था करवाना.
  • जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र एवं विवाह प्रमाण पत्र बनाना एवं इनका रिकार्ड रखना.
  • योग्य ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाना.
  • आंगनवाडी केंद्र का सुचारू ढंग से संचालन करवाना.
  • अपने ग्रामीण लोगो को जमीन के पट्टे आवंटित करना.

इस तरह से ग्राम पंचायत के कई अलग अलग तरह के कार्य होते है जो इन्हें करने  होते है हमने आपको जो कार्य बताये है वो इनके मुख्य कार्य है इसके अलावा भी इनके कई तरह के कार्य होते है जो एक ग्राम पंचायत को अपने गाँव के लिए करने पड़ते है.

ग्राम पंचायत का कार्यकाल

प्रत्येक ग्राम पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है जब भी ग्राम पंचायत के सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने वाला होता है तो उससे 6 माह पूर्व ही पंचायत को भंग कर दिया जाता है इसके बाद पुन ग्राम पंचायत के चुनाव करवाए जाते है और इसके द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच और वार्डपंचो का चुनाव किया जाता है इस चुनाव में केवल उस पंचायत के क्षेत्र में आने वाले लोग ही मतदान कर सकते है एवं अगर कोई गावं चाहे तो निर्विरोध भी किसी को सरपंच या वार्डपंच बना सकता है अगर कोई निर्विरोध ग्राम पंचायत के सदस्यों का चुनाव करता है तो वहां पर मतदान नही करवाए जाते.

ग्राम पंचायत की बैठक कब बुलाई जाती है

अक्सर हर एक ग्राम पंचायत में बैठक का आयोजन किया जाता है ताकि ग्राम पंचायत गाँव के लिए किये गये कार्यो की जानकारी गाँव के लोगो को बता सके एवं गाँव में किस किस चीज की कमी है एवं लोगो को कौन कौनसी समस्या है उनका पता लगाकर उनका उपयुक्त समाधान निकाला जा सके इस कारण से हर पंचायत में 3 माह में एक बार बैठक का आयोजन जरुर किया जाता है एवं जरुरत पड़ने पर ग्राम पंचायत द्वारा 3 महीने के अन्दर एक से ज्यादा बैठक का आयोजन भी करवाया जाता है इससे गाँव के विकास में काफी ज्यादा मदद मिलती है और कम समय में अपने क्षेत्र का बहुत ही अधिक विकास किया जा सकता है.

इस आर्टिकल में हमने आपको Gp Full Form In Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है.

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