नमस्कार मित्रो आज हम CRP Full Form In Hindi के बारे में बात करने वाले है व इस आर्टिकल में हम आपको बतायेगे की सीआरपी क्या होता है इसका अर्थ क्या है और इस शब्द का इस्तमाल कब और कहा पर किया जाता है इस तरह की सभी जानकारी आपको इस आर्टिकल में हम बताने वाले है.
ज्यादातर लोगो को सीआरपी के बारे में पता नहीं होता पर आपको इसके बारे में जानकारी होनी बेहद ही आवश्यक है क्युकी इस तरह की जानकारी आपके भविष्य में बेहद ही उपयोगी साबित हो सकती है इसकी जानकारी के लिए आप हमारा CRP Full Form In Hindi आर्टिकल ध्यान से पढ़े.
- BE Full Form in Hindi : BE क्या होता है पूरी जानकारी
- PHD Full Form in Hindi : PHD क्या होता हैं पूरी जानकारी
- B Ed Full Form in Hindi : B.Ed क्या हैं और B.Ed Course कैसे करें
- CCC Full Form in Hindi : CCC क्या है एवं कैसे करे पूरी जानकारी
- BSF Full Form in Hindi : BSF Join कैसे करे पूरी जानकारी
CRP Full Form In Hindi
CRP क्या है और किसे कहते है इसके बारे में बताने से पहले हम आपको इसके पुरे नाम के बारे में बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.
CRP Full Form – C-Reactive Protein
हिंदी में इसे सी-रिएक्टिव प्रोटीन कहा जाता है एवं यह शरीर के किसी भी अंग में सूजन या जलन को अंकित करता है एवं दर्शाता है.
CRP क्या है
सामान्य भाषा में कहे तो यह एक प्रकार से रक्त परिक्षण होता है जो शरीर में तीव्र सूजन और संक्रमण की जाँच करने के लिए इस्तमाल किया गया है व इसका मुख्य काम रक्त में सी रिएक्टिव प्रोटीन नामक प्रोटीन के स्तर को मापना होता है.
कई बार शरीर में सूजन आती है जिससे पता लगया जा सकता है की शरीर में सीआरपी का लेवल बढ़ रहा है एवं यह संक्रमण के होने पर भी बढ़ सकता है इस परीक्षण को सुनाज से जुडी समस्या या बीमारियों की जाँच करने और उनका इलाज करने के लिए इस्तमाल किया जाता है.
इस टेस्ट को दो तरीके से किया जा सकता है पहला तो रक्त संग्रह केंद्र में और दूसरा किसी डॉक्टर के द्वारा उंगली में चुभने वाले किसी रक्त के नमूने आदि का इस्तमाल करके इसका परिक्षण किया जा सकता है.
CRP टेस्ट कब किया जाता है
CRP का इस्तमाल सूजन या संक्रमण होने की स्थिति में किया जाता है व इसके परिक्षण के बारे में हम आपको विस्तृत रूप से बता रहे है ताकि आप इसको आसान शब्दों में समझ सके.
सूजन की स्थिति में
अगर किसी व्यक्ति के शरीर में सूजन आती है तो ऐसे में इस टेस्ट को किया जाता है व जब डॉक्टर को संदेह हो की उस व्यक्ति को सूजन से जुड़ा किसी प्रकार का विकार आदि है और उसका पता नहीं चल रहा है तो उस स्थिति में डॉक्टर CRP की सलाह दे सकता है.
इसका इस्तमाल मुख्य रूप से गठिया, आंत की सूजन जैसी समस्या की जाँच करने के लिए किया जाता है एवं जब व्यक्ति का सूजन से सम्बंधित किसी विकार का इलाज किया जाता है तो उसे लगातार निगरानी की आवश्यकता पड़ती है की उक्त व्यक्ति का इलाज सही तरीके से हो रहा है या नहीं एवं उसका जब उसका सूजन कम होने लगता है तो उस व्यक्ति का CRP स्तर भी गिरने लग जाता है.
संक्रमण होने पर
कई बार लोगो को अलग अलग प्रकार के संक्रमण हो जाते है जिसकी जाँच करने के लिए भी CRP का इस्तमाल किया जाता है इसमें निम्न प्रकार के संक्रमण हो सकते है जैसे सूखी खांसी, छींकना, नाक का बहना एवं गले में खरास होना.
संक्रामन की स्थिति में भी यह टेस्ट करवया जाता है इससे डॉक्टर को सही अनुमान मिल पाता है की अंतोनायोटिक्स लिखनी है या नहीं एवं किसी प्रकार के वायरस के होने से CRP का स्तर भी तेजी से बढ़ने लगता है व जब व्यक्ति का CRP 10 मिलीग्राम प्रति लीटर से कम होता है तो उस स्थिति में पता चलता है की निम्न व्यक्ति को किसी प्रकार का जीवाणु संक्रमण नहीं है.
उच्च CRP के लक्षण
किसी व्यक्ति का CRP स्तर बढ़ जाता है तो ऐसे में कई लक्षण देखने को मिल सकते है इनमे से हम आपको कुछ लक्षण बता रहे है जो उच्च CRP में दिखाई देते है.
- सरदर्द होना
- थकान होना
- दर्द महसूस होना
- बुखार होना
- मासपेशियो में अकड़न और कमजोरी
- ठण्ड लगना
- अपच की समस्या
- भूख न लगना
- नींद न आना
- जी मचलाना
यह कुछ लक्षण है जो CRP के कारण देखने को मिलते है व किसी प्रकार की सूजन या संक्रमण की स्थिति का पता लगाने के लिए इसका इस्तमाल किया जाता है.
CRP अधिक होने का अर्थ क्या है
किसी भी व्यक्ति का CRP लेवल अधिक बढ़ जाता है तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक हो सकता है स्वास्थ्य से जुड़े अध्ययन में साबित हुआ है की सामान्य व्यक्तियों की तुलना में जिन लोगो का CRP अधिक होता है उन्हें हार्ट अटैक की संभावना 3 गुना तक बढ़ जाती है इसके साथ ही अन्य कई प्रकार की समस्या होने का भी खतरा बढ़ जाता है इलसिए इसका सही उपचार बहुत ही जरुरी हैं.
क्या खुद CRP टेस्ट कर सकते है
जी नहीं आप स्वय CRP का टेस्ट नहीं कर सकते है यह केवल डॉक्टर की सलाहनुसार ही टेस्ट करवाया जाता है इसके लिए आपको पहले डॉक्टर से संपर्क करना है व जब डॉक्टर मरीज की स्थिति देखकर यह टेस्ट करवाने की सलाह दे तभी आप इस टेस्ट करवा सकते है इसके लिए सभी लेब में अलग अलग चार्ज लिया जाता है सामान्यत इसके लिए आपको 300 रूपए से 500 रूपए देने पड़ सकते है वही सरकारी अस्पताल में यह टेस्ट निशुल्क किया जाता है.
- CTC Full Form in Hindi : CTC क्या होता है व इसके फायदे
- BEMS Full Form In Hindi : BEMS क्या है और कैसे करें
- BEMS Full Form In Hindi : BEMS क्या है और कैसे करें
- ASEAN Full Form in Hindi : ASEAN किसे कहते है
- IVF Full Form In Hindi : IVF क्या है और इसके फायदे व नुकसान
Calculation – इस आर्टिकल में हमने आपको CRP Full Form In Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे और इससे जुड़ा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है.