नमस्कार मित्रो आज हम आपको CAG Full Form In Hindi के बारे में बताने वाले है अक्सर कई बार आपने CAG के बारे में पढ़ा और सुना होगा पर ज्यादातार लोगो को इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं होती की आखिर यह क्या होता है इसका पूरा नाम क्या है और यह क्या  कार्य करता है इन सब से जुडी जानकारी हम आपको इस आर्टिकल  में बतायेगे.

CAG Full Form In Hindi

अक्सर कई लोगो के मन में CAG को लेकर अलग अलग सवाल होते है ओर इसकी पूरी जानकारी सभी को पता नहीं होती अगर आपको CAG के बारे में विस्तृत जानकरी पता होगी तो यह आपके भविष्य में बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है व CAG के बारे में जानने के लिए आप CAG Full Form In Hindi आर्टिकल को ध्यान से पढ़े.

CAG Full Form In Hindi

CAG किसे कहते है इसका कार्य क्या है और CAG कैसे बनते है इन सब के बारे में जानने से पहले हम इसके पुरे नाम के बारे में जान लेते है.

CAG Full Form – Comptroller and Auditor General

हिंदी में इसे नियंत्रक और महालेखा परीक्षक अथवा महालेखा परीक्षक भी कहा जाता है यह एक सरकारी पद होता है जो की भारत सरकार और प्रादेशिक सरकार के सभी तरह के लेखो के अंकेक्षण करने का कार्य करता है इसके साथ ही जो भी कंपनी सरकार के अधीन आती है या जिसपर सरकार का स्वामित्व होता है उन कंपनी का अंकेक्षण इसके द्वारा ही किया जाता है.

CAG  क्या है

जैसा की हमने आपको बताया की यह एक सरकारी पद होता है और इस पद की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है व यह भारत की एक स्वतन्त्र संस्था है जिसके ऊपर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होता एवं CAG  भारत के लेका सेवा का मुखिया होता है हाल के आंकड़ों के अनुसार पुरे भारत में इस सार्वजनिक संस्था में कुछ 58 हजार के करीब कर्मचारी कार्य करते है.

भारत के महालेखा परीक्षक का कार्यालय दिल्ली में स्थित है एवं किसी भी महालेखा परीक्षक का कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष उम्र इसमें से जो भी पहले पूरा होगा उतनी अवधि के लिए उन्हें राष्ट्रपति के द्वारा नियुक्ति दी जाती है एवं इनके द्वारा भारत सरकार की रिपोर्ट भारत के राष्ट्रपति और राज्य की रिपोर्ट राज्य के राज्यपाल को दी जाती है.

CAG का सर्वोच्च अधिकारी CAG  के नाम से ही जाना जाता है व देश की वरीयता अनुक्रम में CAG  को नौवा स्थान दिया गया है जो की सामान्यत देखा जाए तो सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के बराबर होता है व इन्हे पद से हटाने की प्रक्रिया भी इतनी आसान नहीं होती जिन आधार पर भारत के सुप्रीम कोर्ट के जज को हटाया जाता है उसी तरीके से CAG  को भी पद से हटाया जा सकता है व CAG  को पद से हटाने के बाद वो केंद्र सरकार या राज्य सरकार के अधीन आने वाले किसी भी पद के लिए पात्र नहीं रहता.

CAG की नियुक्ति

देश के CAG की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है व इस पद पर नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री की राय महत्वपूर्ण होती है इसके साथ ही CAG की नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति के समक्ष शपथ लेना अनवार्य होता है इसके बाद ही एक CAG की नियुक्ति की जाती है.

CAG का वेतन कितना है

ज्यादातर लोगो की यह जानने में रूचि रहती है की आखिर CAG को महीने का कितना वेतन मिलता होगा तो हम आपको बता दे की CAG को सुप्रीम कोर्ट के जज के जितना ही वेतन दिया जाता है व इस पद पर 90000/- रूपए तक एक वेतन दिया जाता है इसके साथ ही CAG बनने के बाद वह व्यक्ति किसी अन्य सरकारी या गैर सरकारी कार्यो से नहीं जुड़ सकता.

CAG कैसे कार्य करता है

CAG को भारतीय लेखा परीक्षा के द्वारा सहायता प्रदान की जाती है व इस विभाग में करीब 600 अधिकारी होते है इन अधिकारियो को सिविल सेवा परीक्षा के द्वारा नियुक्त किया जाता है व इनमे कुछ अधिकारियो को ग्रुप बी के लिए भी पदोन्नत किया जाता है व विभाग में ग्रुप बी और ग्रुप सी को मिलकर कुल 47000 कर्मचारी होते है जो एक CAG की सहायता के लिए तैनात होते है.

इस आर्टिकल में हमने आपको CAG Full Form In Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें और इससे जुड़ा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहे तो आप कमेंट आदि करके भी बता सकते है.

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