नमस्कार मित्रो आज हम आपको BUN Full Form in Hindi के बारे में बताने वाले है अक्सर कई लोगो के मन में BUN से जुड़े कई तरह के सवाल होते है व बहुत से लोगो को इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं होती तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद उपयोगी होने वाला है क्युकी इसमें हम आपको इससे जुडी कई महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले है.

BUN Full Form in Hindi

हम सब लोग हर दिन न जाने कितने शब्द सुनते व बोलते है पर कई शब्दों के बारे में हमे विशेष जानकारी नहीं होती पर इसके बारे में आपको जानकारी होनी जरुरी है क्युकी की इस तरह की जानकारी भविष्य में काफी उपयोगी हो सकती है व BUN Full Form in Hindi और BUN क्या होता है इसके फायदे क्या है व इसके उपयोग क्या होते है इन सब के बारे में हम हम आपको बताने वाले है.

BUN Full Form in Hindi

BUN किसे कहते है व इसके फायदे आदि क्या होते है इन सब के बारे में बताने से पहले हम आपको इसके पुरे नाम के बारे में बता देते है.

BUN Full Form – Blood Urea Nitrogen

हिंदी में इसे रक्त यूरिया नाइट्रोजन कहा जाता है व यह एक प्रकार का टेस्ट होता है इसके द्वारा खून में यूरिया नाइट्रोजन की मात्रा कितनी है इसके बारे में पता लगाया जाता है एवं यूरिया नाइट्रोजन एक तरह का अपशिष्ट पदार्थ होता है जो की शरीर से किडनी के माध्यम से निकलता है.

BUN क्या है

BUN टेस्ट का इस्तमाल खून में यूरिया नाइट्रोजन की मात्रा जानने के लिए किया जाता है व BUN का स्तर बढ़ जाता है तो यह संकेत देता है की शरीर में किडनी ठीक तरीके से काम नहीं कर रही है  BUN टेस्ट के माध्यम से इसका पता लगाया जा सकता है की किसी भी व्यक्ति के शरीर में गुर्दे कितने बेहतर तरीके से कार्य कर रहे है.

शरीर में लिवर प्रोटीन को तोड़कर उसे अमोनिया में परिवर्तित कर देता है व यह एक प्रकार का विषाक्त प्रभाव डालते है व लिवर इनको यूरिक एसिड और यूरिया के रूप में बदलते है इसके पश्चात यूरिया व्यक्ति के शरीर में मिल जाता है व यह इस तरीके से किडनी तक पहुंच जाता है व जहा पर गुर्दे इसको फ़िल्टर करने का कार्य करते है व उसके बाद इसे फ़िल्टर कर के पेशाब के माध्यम से इसे बाहर निकाल देते है.

BUN टेस्ट कब किया जाता है

BUN टेस्ट शरीर में गुर्दे कितने अच्छे से काम कर रहे है इसका पता लगाने के लिए किया जाता है व यह रक्त में यूरिया नाइट्रोजन की मात्रा को नापने का कार्य करता है व यह टेस्ट कॉम्प्रिहेंसिव मेटाबॉलिक प्रोफाइल का एक हिस्सा होता है व यह किडनी के कार्य की प्रक्रिया का पता लगाने के लिए उपयोगी होता है व शरीर में निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर यह टेस्ट किया जा सकता है.

  • सूजन आना (पानी जमा होने पर)
  • सांस फूलने पर
  • पेशाब में खून आने पर
  • कम यूरिन आने पर
  • लगातार वजन घटने पर
  • भूक कम लगने पर
  • माशपेशियों में ऐठन आने पर
  • ज्यादा थकान  आने पर
  • सरदर्द होने की स्थिति में
  • त्वचा पर खुजली होने पर
  • किडनी से सम्बंधित समस्या होने पर
  • ज्यादा समय से डाइबिटीज होने पर
  • ज्यादा समय से ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर

निम्न परिस्थिति में डॉक्टर किसी भी व्यक्ति को निम्न प्रकार की जाँच करने का सुझाव दे सकता है व इसके आलावा अगर किसी व्यक्ति को दवाई देनी हो व इससे पहले किडनी की जाँच करनी हो तो ऐसे में भी BUN टेस्ट लिया जा सकता है.

BUN टेस्ट कैसे किया जाता है

यह एक प्रकार का साधारण  टेस्ट होता है और इसमें रक्त का एक छोटा सा नमूना लिया जाता है व रक्त लेने से पूर्व तकनीशियन एंटीसेप्टिक से भुजा के ऊपरी क्षेत्र को साफ़ करता है व इसके बाद वह भुजा के चारो तरफ लोचदार बैंड बांधते है व उसके बाद जब नसों में रक्त भर जाता है तो उसके बाद तकनीशियन एक सुई की मदद से ट्यूब में रक्त खींचता है व थोड़ा रक्त लेने के बाद  तकनीशियन सुई को हटा लेता है व भुजा पर उस स्थान पर पट्टी लगा लेता है व जो रक्त का नमूना लिया जाता है उसको प्रयोगशाला में परिक्षण के लिए भेजा जाता है व उसके परिणाम प्राप्त किया जाते है.

इस आर्टिकल में हमने आपको BUN Full Form in Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी व अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसको सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें और इससे जुड़ा किसी भी तरह का सवाल पूछना चाहते है तो आप हमे कमेंट कर के बता सकते है.

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