नमस्कार मित्रो आज हम आपको BPM Full Form In Hindi के बारे में बताने वाले है इसके साथ ही हम आपको बतायेगे की बीपीएम क्या होता है और इसका अर्थ क्या होता है एवं इस शब्द का इस्तमाल कब और किसलिए किया जाता है इन सब के बारे में हम आपको विस्तृत जानकारी बताने वाले है ताकि आपको इससे जुडी पूरी जानकारी प्राप्त हो सके.
आप सभी ने कई बार BPM के बारे में सुना होगा पर BPM Full Form In Hindi की जानकारी न होने के कारण हम इसके अर्थ को समझ नहीं पाते की आखिर इस शब्द का अर्थ क्या होता है लेकिन हम सभी को बीपीएम शब्द की जानकारी होनी बहुत ही जरुरी है अगर आपको इस शब्द की जानकारी होगी तो यह जानकारी आपके भविष्य में बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है
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BPM Full Form In Hindi
BPM क्या है इसके बारे में बताने से पहले हम आपको बीपीएम के पुरे नाम के बारे में बता रहे है की इसका पूरा नाम क्या होता है
BPM Full Form – BEATS PER MINUTE
हिंदी में बीपीएम को प्रति मिनिट धड़कन कहा जाता है और किसी भी जीव का दिल एक मिनिट में कितनी बार धड़कता इसकी गणना करने के लिए नाड़ी को नापा जाता है व एक व्यक्ति का ह्रदय एक मिनिट में 72 बार सिकुड़ता है इसलिए उसका बीपीएम 72 होगा इस तरह से बीपीएम की गणना की जाती है
बीपीएम क्या होता है
जैसा की हमने आपको बताया की यह किसी व्यक्ति आदि के ह्रदय के सिकुड़ने या उसकी धड़कनो का एक नाप होता है जिससे पता चलता है की व्यक्ति का ह्रदय एक मिनिट में कितनी बार सिकुड़ता है
किसी भी व्यक्ति की ह्रदय गति को संतुलित रखने के लिए कई तरह के व्यायाम आदि होते है जिससे आप अपने ह्रदय को स्वास्थ्य रख सकते है अगर किसी व्यक्ति के ह्रदय की धड़कन असंतुलित है तो यह एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है व ऐसी स्थिति से बचने के लिए ह्रदय की गति की नियमित जांच अर्थात बीपीएम किया जाता है ताकि कोई भी समस्या हो तो तुरंत उसका इलाज किया जा सके और व्यक्ति को बादमे किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े
नब्ज क्या होती है
ह्रदय की धड़कन को अक्सर नब्ज के माध्यम से पता किया जाता है व जब हमारा ह्रदय धड़कता है तो यह हमारे शरीर के चारो और रक्त को धकेलता है और इसे गर्दन और कलाई की नम्ब के माध्यम से महसूस किया जा सकता है की ह्रदय की गति क्या है यह सब नब्ज के माध्यम से ही पता चलता है
अक्सर आपने टीवी या मूवी में भी कई बार देखा होगा की डॉक्टर किसी भी मरीज के हाथ की कलाई देखकर पता लगता है की वो व्यक्ति जिन्दा है या नहीं तो वो कलाई के द्वारा यही देखता है की उसका ह्रदय सही तरीके से काम कर रहा है या काम करना बंद कर चूका है इस तरह से नब्ज के द्वारा ह्रदय के सिकुड़ने की जानकारी पता की जाती है
ह्रदय गति प्रभावित होने के कारण
ज्यादातर लोगो को इसके बारे में पता नहीं होगा की ह्रदय की गति किन किन कारणों से प्रभावित हो सकती है तो हम आपको इसके कुछ मुख्य कारण बता रहे है जिसके कारण ह्रदय की गति प्रभावित होने की संभावना होती है
- उम्र के कारण
- फिटनेस और गतिविधि पर
- धूम्रपान करने पर
- ह्रदय रोग या उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण
- हवा या तापमान के कारण
- शरीर के आकार के कारण
- भावनाओ के कारण
- दवाओं के सेवन आदि से
निम्न कारण होते है जिससे ह्रदय की गति प्रभावित हो सकती है व इसके आलावा भी कुछ कारण होते है जिससे ह्रदय प्रभावित होने की संभावना बन सकती है
अपनी नब्ज कैसे देखे
अगर आप अपनी नब्ज देखना चाहते है तो बहुत ही आसानी से अपनी नब्ज को देख सकते है इसके लिए आपको कुछ बहुत ही आसान सी प्रक्रिया को अपनाना होता है जिससे की आप आसानी से अपनी नब्ज पता कर पाएंगे
- सबसे पहले आपको हाथ इस प्रकार से रखना है की हथेली ऊपर की तरफ रहे
- अब अपने दूसरे हाथ की उंगलियों को अपनी कलाई के ऊपर रखे
- अब आपको अपने अंगूठे से अपनी कलाई के निचे की तरफ से पकड़ना है
- अब आप हल्के से इसे दबाये इससे आपको आपकी नब्ज महसूस होने लगेगी
इस तरीके से आप अपनी नब्ज बहुत ही आसानी से देख सकते है व अगर आपको नब्ज देखनी नहीं आती तो आप किसी विशेषज्ञ की सलाहनुसार पल्स देखना सिख सकते है
हार्ट बीट कब देखनी चाहिए
अगर आप हार्ट बीट देखते है या देखना चाहते है तो आपको यह पता होना जरुरी है की हार्ट बीट कब देखनी चाहिए तो हम आपको बता दे की जब आप आराम कर रहे है तो उसी वक्त आपको अपनी हार्ट बीट देखनी चाहिए एवं आप व्यायाम या कोई परिश्रम कर रहे है तो उस वक्त आप अपनी हार्ट बीट को न देखे क्युकी उस वक्त अक्सर हार्ट बीट सामान्य से अधिक होती है जिसके कारण आप अपनी हार्ट बीट का सही अनुमान नहीं लगा पाते
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Calculation – इस आर्टिकल में हमने आपको BPM Full Form In Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें और इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है