नमस्कार मित्रो आज हम आपको BIFR Full Form in Hindi के बारे में बता रहे है आप सभी ने कई बार BIFR के बारे में तो जरूर सुना होगा व उस वक्त पहला ख्याल ये ही आता है की आखिर BIFR होता क्या है व इसके कार्य क्या होते है तो इसके बारे में हम आपको पूरी जानकारी इस आर्टिकल में बताने वाले है.

BIFR Full Form in Hindi

कई सारे ऐसे शब्द होते है जिनके बारे में बहुत से लोगो को पता नहीं होता व इन शब्दों के बारे में हमे जानने की जिज्ञासा तब बनने लगती है जब हम किसी शब्द को कही पर भी सुनते या पढ़ते है तो अगर आप भी BIFR  के बारे में ज्यादा नहीं जानते तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद उपयोगी होगा क्युकी इसमें आप BIFR Full Form और इसके कार्य व उद्देश्य आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले है.

BIFR Full Form in Hindi

BIFR क्या है व इसके काम क्या होते है इसके बारे में बताने से पहले हम इसके पुरे नाम के बारे में जान लेते है.

BIFR Full Form – Board of Industrial and Financial Reconstruction

हिंदी में इसे औद्योगिक और वित्तीय पुनर्निर्माण बोर्ड भी कहा जाता है व इसकी स्थापना 1987 में की गयी थी व इसकी स्थापना करने का श्रेय राजीव गाँधी की सरकार को जाता है.

BIFR क्या है

जैसे की हमने आपको बताया की BIFR की स्थापना राजीव गाँधी की सरकार ने 1987 में की थी व यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा की एजेंसी के रूप में थी व इसका मुख्य कार्य गैर व्यवहार्य औधोगिक कंपनी व बंद हो चुकी कंपनी को वापिस प्रारम्भ करने के लिए पॅकेज आदि उपलब्ध करवाना था जिससे की देश में आर्थिक विकास हो सके.

पर किसी कारणवश 1 दिसंबर 2016 में BIFR को नरेंद्र मोदी की सरकार के द्वारा भंग करके इसको नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) एवं नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के हाथो में सौप दिया गया था.

जब देश आजाद हुआ था तो उस वक्त काफी समय तक देश पर ब्रिटिश का शाशन होने के कारण देश के उद्योगों को काफी नुक्सान हुआ था व इसके उद्योगों की स्थिति काफी कमजोर हो गयी थी ऐसे में भारत सरकार सभी उद्योगों को वापिस शुरू करने और स्थित्ति में सुधार करने के लिए अस्थाई राहत देने के लिए बैंक का राष्ट्रीयकरण करना चाहता थी परिणामस्वरूप 1981 को तिवारी समिति के सुझाव पर उधोग में विकास के लिए जनवरी 1987 में SICA के तहत BIFR की स्थापना की गयी थी.

पर इसके बाद सन् 2001 में संसोधन विधेयक पेश किया गया था व भारत सरकार को लग रहा था की यह औधोगिक सुधार में इतना ज्यादा लाभदायक सिद्ध नहीं हो रहा है व इसके बाद 1 दिसंबर 2016 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने आधिकारिक अधिसूचना के द्वारा BIFR को  भंग कर दिया था.

BIFR के उद्देश्य

जब BIFR की शुरुआत की गयी थी तो उस वक्त इसके कई उद्देश्य रखे गए थे व परिणामस्वरूप इसी के लिए इसकी शुरुआत की गयी थी उसमे से कुछ उद्देश्य निम्न प्रकार से थे.

  • इसमें अध्यक्ष एवं इसके आलावा दो से 14 अन्य सदस्य होते थे.
  • इसके सदस्य को उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के सामान योग्य होना था.
  • इसमें सदस्य को पंद्रह वर्ष पेशेवर का अनुभव जरुरी था.
  • इनका उद्देश्य था की बड़ी या माध्यम वर्ग की कमजोर कंपनी को  पॅकेज  प्रदान करना.
  • यह देश की सभी कमजोर बड़ी व माध्यम वर्ग की कंपनी के लिए कार्य करते थे.
  • यह कमजोर कंपनी को पैकेज की मदद से पुनः सही तरीके से संचालित करने में मदद करता था.
  • BIFR मतलब की छह माह के अंदर कंपनी को शुरू करना या बंद करना.

यह कुछ सामान्य उद्देश्य थे जो हमने आपको बताये है व इसके आलावा भी इसके कई बड़े बड़े उद्देश्य रखे गए थे पर किसी  कारणवश यह अपने उद्देश्य पर खरा नहीं उतर सके और इस कारण से भारत सरकार को BIFR को भंग करना पड़ा.

इस आर्टिकल में हमने आपको BIFR Full Form in Hindi के बारे में जानकारी दी है  हमे उम्मीद है की आपको BIFR के  बारे में दी गयी जानकारी जरूर उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसको अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें और इससे सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते है तो आप हमे कमेंट कर के भी बता सकते है.

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