नमस्कार मित्रो आज हम आपको ऑडिटर कैसे बने इसके बारे में बताने वाले है अगर आपका सपना ऑडिटर बनने का है तो यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है इसमें हम आपको ऑडिटर बनने का सबसे आसान और बेहतरीन तरीका बताने वाले है जिसे अपनाकर आप बेहद ही आसानी से अपना ऑडिटर बनने का सपना पूरा कर पायेगे.

auditor kaise bane

अक्सर हर एक व्यक्ति अपने भविष्य को लेकर अलग अलग प्रकार के सपने देखता है वही बहुत से लोग अपने जीवन में ऑडिटर बनना चाहते है पर इसकी सही जानकारी पता न होने के कारण कई लोगो का यह सपना पूरा नहीं हो पाता अगर आप ऑडिटर के रुप में अपना कैरियर बनाना चाहते है तो आपको इससे जुडी जानकारी पता होनी आवश्यक है इसके बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए ऑडिटर कैसे बने यह आर्टिकल ध्यान से पढ़े.

ऑडिटर कैसे बने

अक्सर हर एक कंपनी अपने फायदे और नुकसान का हिसाब किताब रखती है इसके लिए एक अलग अधिकारी नियुक्त होता है जो कंपनी में कहा कहा कितना खर्च हुआ है, कहा कितनी इनकम बढ़ी है एवं किन किन जगहों पर कंपनी को नुकसान हुआ है इन सब का लेखा-जोखा तैयार करता है इसी को ऑडिटर कहा जाता है यह किसी भी कंपनी के अकाउंट डिपार्टमेंट में होने वाले लेनदेन का परिक्षण करते है एवं इसका डाटा तैयार करते है इसके बाद कंपनी का जो भी डाटा है उसे कंपनी के मालिक तक पहुचते है.

पहले के समय में यह कार्य हाथो से किया जाता था लेकिन हाल में टेक्नोलॉजी काफी ज्यादा बढ़ चुकी है ऐसे में ज्यादातर कंपनी किसी भी प्रकार की ऑडिटिंग करने के लिए  Tally Software का ही इस्तमाल करती है इसमें सभी प्रकार के खातो के आकड़ो का पता लगाया जा सकता है और सॉफ्टवेर से ऑडिटिंग करने पर कंपनी का समय और धन भी बचता है जिसके कारण ज्यादातर कंपनी इस तरीके को अपनाना पसंद करती है एवं लगभग हर एक कंपनी साल एक वित्तीय लेखा जोखा का सत्यापन जरुर करती है.

ऑडिटर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता

अगर आप ऑडिटर बनना चाहते है तो इसके लिए आपका साइंस स्ट्रीम से बाहरवी उतीर्ण होना अनिवार्य है इसके बाद आपको बैचलर ऑफ़ एकाउंट्स से स्नातक उतीर्ण करना होता है जब आप बैचलर ऑफ़ अकाउंट से स्नातक कर लेते है तो इसके बाद आपको इंटर्नशिप करनी होती है इसमें आपको टैक्सेशन, एकाउंटिंग, ऑडिटिंग और मैनेजमेंट आदि से जुडा कार्य सिखाया जाता है एवं जब आपकी इंटर्नशिप पूरी हो जाती है तो इसके बाद एक ऑडिटर के रूप में कार्य करना शुरू कर सकते है.

ऑडिटर का चयन कैसे किया जाता है

ऑडिटर का चयन अनुभव के आधार पर किया जाता है अगर आप  ऑडिटर बनना चाहते है तो इसके लिए आपको इंडस्ट्री का एक्सपीरियंस होना बेहद ही आवश्यक है इससे आपको नौकरी में वरीयता दी जाएगी वही अगर आप फ्रेशर है तो पहले आपको छोटी छोटी कंपनी में ऑडिटिंग का कार्य करना होता है वहां से आप इसका अच्छा खास अनुभव प्राप्त करके ऑडिटर के लिए आवेदन कर सकते है.

ऑडिटर बनने के लिए सबसे पहले आपको अपना रिज्यूम बनाना होगा जैसे ही आपका रिज्यूम बन जाता है तो इसके बाद आपको जहाँ भी ऑडिटर की पोस्ट खाली होती है तो वहां पर आपको इस पोस्ट के लिए आवेदन करना है और अपना रिज्यूम वहां पर जमा करवा देना है इसके बाद आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जायेगा अगर आप इसका इंटरव्यू क्लियर कर लेते है तो इसके बाद आपको उस कंपनी में ऑडिटर के रूप में नियुक्ति मिल जाती है इसके बाद आप ऑडिटर के रूप में कार्य करना शुरू कर सकते है.

ऑडिटर बनने के लिए क्या करें

ऑडिटर बनने की प्रेक्टिस आपको दंसवी के बाद से ही शुरू कर देनी चाहिए इसके लिए दसवी उतीर्ण करने के बाद आपको ग्यारवी में कॉमर्स सब्जेक्ट लेना है इसके बाद आपको किसी भी मान्यताप्राप्त विधालय से कॉमर्स स्ट्रीम से बाहरवी उतीर्ण कर लेनी है जब आपकी बाहरवी उतीर्ण हो जाती है तो इसके बाद आपको किसी भी मान्यताप्राप्त विश्विधालय में स्नातक के लिए आवेदन करना होगा.

ऑडिटर बनने के लिए स्नातक आप BA, BCOM, BMS, BBS आदि से कर सकते है इन कोर्स को करने के बाद आप स्नातक उतीर्ण हो जाते है एवं  जब आपका स्नातक उतीर्ण हो जाता है तो इसके बाद आपको कुछ वर्षो तक इंटर्नशिप करनी होती है इसमें आपको किसी ऑडिटर के साथ काम करना होता है वो आपको इसका पूरा कार्य सीखते है और इसकी पूरी ट्रेनिंग देते है इससे आपको ऑडिटर का कार्य अच्छे से पता चल जाता है.

जब आपको इंटर्नशिप क्लियर हो जाती है तो इसके बाद आप किसी भी छोटी बड़ी कंपनी में ऑडिटर की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते है उसमे आपको कुछ वर्षो तक कार्य करके इसका अच्छा खासा अनुभव प्राप्त करना है जैसे ही आपको ऑडिटर का अच्छा खासा अनुभव प्राप्त हो जाता है और आप इसका कार्य पूरी तरह से सीख जाते है तो इसके बाद आप किसी भी बड़ी कंपनी में ऑडिटर की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते है.

जब आप बड़ी कंपनी में ऑडिटर की पोस्ट के लिए आवेदन करते है तो उस वक्त आपको अपना रिज्यूम जमा करवाना होता है इसके बाद कंपनी के अधिकारी आपको इंटरव्यू की तारीख देंगे आपको उस तारीख को बताये गये स्थान पर जाकर इसका इंटरव्यू देना है अगर आप इसके इंटरव्यू में सफल हो जाते है तो इसके बाद आपको बहुत ही आसानी से इस पोस्ट के लिए नौकरी प्रदान की जाती है इस प्रकार से आप एक ऑडिटर बन सकते है.

ऑडिटर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्स

अगर आप बाहरवी करने के बाद ऑडिटर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है तो आप डिप्लोमा करके भी एक ऑडिटर बन सकते है इसके लिए भारत में कई प्रकार के डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है हम आपको कुछ बेहतरीन कोर्स के बारे में बता रहे है जिन्हें करने के बाद आप एक ऑडिटर बन सकते है यह कोर्स निम्न प्रकार से है.

  • Diploma in Taxation
  • Accounting and Auditing
  • Advanced Diploma in Taxation
  • Diploma in Tax and Company Law
  • Post Graduate Diploma in Accounting
  • Advance Diploma in Financial Accounting and Taxation

ऑडिटर बनने के लिए ग्रेजुएशन कोर्स

अगर आप चाहे तो ऑडिटर बनने के लिए ग्रेजुएशन कोर्स भी कर सकते है इसके लिए आपका बाहरवी उतीर्ण होना अनिवार्य है अगर आप स्नातक उतीर्ण कर लेते है तो इसके बाद आपको नौकरी मिलने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है इसके लिए आप चाहे तो निम्न प्रकार कोर्स कर सकते है.

  • B.Com in Taxation
  • BBA in Accounting and Finance
  • B.Com in Accounting and Finance
  • B.Com in Fundamental of Auditing
  • B.E.Com in Tax Procedure and Practice
  • B.Com (Hons.) in Direct and Indirect Taxation

ऑडिटर बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स

जब आपका ग्रेजुएशन पूरा हो जाता है तो इसके बाद आप पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए आवेदन कर सकते है इसमें आपको ऑडिटर बनने के लिए कई प्रकार के पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स उपलब्ध हो जाते है जिन में आप प्रवेश प्राप्त कर सकते है अगर आप पोस्ट ग्रेजुएशन कर लेते है तो इसके बाद आपको नौकरी में वरीयता दी जाएगी और आप अधिकारी लेवल की पोस्ट पर भी आवेदन कर पायेगे इसके लिए निम्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध है.

  • M.Com in Taxation
  • M.Com in Accounting and Auditing
  • MBA in Banking and Taxation

इस तरह से हमारे देश में ऑडिटर बनने के लिए किया अलग अलग तरह के कोर्स उपलब्ध है इसमें से आप अपनी रूचि के अनुसार किसी भी अच्छे कोर्स का चुनाव करके उस कोर्स को कर सकते है और इससे जुड़े क्षेत्र में अपना बेहतरीन कैरियर बना सकते है.

ऑडिटर बनने के लिए टॉप संस्थान

अगर आप ऑडिटर का कोर्स करना चाहते है तो किसी भी कॉलेज में आपको आसानी से यह कोर्स उपलब्ध हो जायेगा हम आपको भारत की सबसे टॉप और पोपुलर कॉलेज के आपको नाम बता रहे है आप चाहे तो यहाँ से भी इसके कोर्स को कर सकते है यह कॉलेज निम्न प्रकार से है.

  • येनेपोया कॉलेज, मैंगलोर
  • एकेएस विश्वविद्यालय, सतना
  • निर्मल हलोई कॉलेज, बारपेटा
  • झारखंड राय विश्वविद्यालय, रांची
  • जनता शिवरात्रि कॉलेज, डालटनगंज
  • आरआईएमटी विश्वविद्यालय, गोबिंदगढ़
  • एमजीआर गवर्नमेंट फिल्म एंड टेलीविजन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, चेन्नई

अगर आपको इन कॉलेज में प्रवेश लेना है तो इसके लिए सबसे पहले आपको इसका एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होता है इसके बाद आपको एंट्रेस एग्जाम में जो रैंक प्राप्त होती है उसी के ऊपर निर्भर करता है की आपको कौनसे कॉलेज में इसके लिए एडमिशन मिल सकता है.

ऑडिटर बनने में कितना खर्च आता है

ऑडिटर बनने के लिए आपको इसका कोर्स या डिप्लोमा करना होता है जिसकी फीस हर एक संस्थान में अलग अलग प्रकार से होती है अगर आप सरकारी कॉलेज से इसके कोर्स को करते है तो आपको 5 हजार से लेकर 15 हजार प्रतिवर्ष का खर्चा हो सकता है वही अगर आप प्राइवेट कॉलेज से इसा कोर्स करते है तो आपको 30 हजार रूपए से लेकर 70 हजार रूपए तक का प्रतिवर्ष खर्च करने पड़ सकते है.

ऑडिटर का वेतन कितना होता है

एक ऑडिटर को हर एक कंपनी में वहां के नियमानुसार अलग अलग वेतन दिया जाता है सामान्यत एक कंपनी अपने ऑडिटर को 30 हजार रूपए से लेकर 80 हजार रूपए तक का वेतन दे सकती है यह इसके ऊपर निर्भर करता है की आप कौनसी कंपनी में कार्य करते है एवं इसमें आपके कार्य और अनुभव के आधार पर वेतन बढ़ता र्र्हता है और आपको वेतन के साथ अन्य कई प्रकार की सुविधाए भी कंपनी के द्वारा प्रदान की जा सकती है.

निष्कर्ष: इस आर्टिकल में हमने आपको ऑडिटर कैसे बने इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट करके भी बता सकते है.

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