नमस्कार मित्रो आज हम आपको ASCII Full Form in Hindi के बारे में बताने वाले है अक्सर ज्यादातर लोगो को इसके बारे में जानकारी नही होती की आस्की किसे कहते है और असकी में कौन कौनसे करैक्टर होते है तो ऐसे में यह जानकारी आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकती है इसमें हम आपको आस्की के बारे में बहुत ही उपयोगी जानकारी देने वाले है.
आस्की से जुडी जानकारी हर एक व्यक्ति के लिए बेहद ही उपयोगी साबित होती है अगर आप एक स्टूडेंट है तो ऐसे में इस प्रकार से जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है अगर आप इसके बारे में विस्तृत रूप से जानना चाहते है तो ASCII Full Form in Hindi आर्टिकल को ध्यान से पढ़े.
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ASCII Full Form in Hindi
आस्की एक प्रकार का अंक होता है जिसका इस्तमाल अलग अलग प्रकार के संकेत देने के लिए किया जाता है एवं कई प्रकार की भाषाओं में इसके शब्दों का उपयोग किया जाता है इसके बारे में अन्य जानकारी बताने से पहले हम आपको इसका पूरा नाम बता रहे है जो की निम्न प्रकार से है.
ASCII Full Form – American standard code for information interchange
हिंदी में इसको “अमेरिकन मानक कोड जानकारी आदान प्रदान के लिए” कहा जाता है आस्की कोड को बनाने का श्रेय अमेरिकी राष्ट्रीय मानक संस्थान को जाता है एवं आज के समय में आप अपने कंप्यूटर में जो करैक्टर देखते है वो आस्की कोड के ही होते है ASCII को सर्वप्रथम सन् 1963 में अपनाया गया था एवं कम समय में इसने कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर ली थी एवं बेहद ही तेजी से दुनियाभर में इसका इस्तमाल किया जाने लगा..
ASCII क्या है
जैसा की आप जानते होगे की यह एक कोड होता है जो आपको किसी भी कंप्यूटर में बेहद ही आसानी से देखने के लिए मिल जाता है यह कोड कंप्यूटर में टेक्स्ट को इस्तमाल करने वाले दूसरे उपकरणों को Represent करते है इसमें कोई भी यूजर डिजिट, लेटर या टेक्स्ट को Represent करने करने के लिए 7 बिट Binary कोड का इस्तमाल करता है.
इसमें जो कोड Programs और Instructions में लागु होते है उन्ही कोड का यूजर इस्तमाल कर सकता है एवं जब तक यूजर को सामने वाले यूजर के द्वारा भेजे गए कोड के बारे में पता नहीं होता तब तक वह Information लेने या Information देने की अनुमति प्रदान नहीं करते.
आस्की कोड कैसे होते है
आस्की कोड को सही तरह से समझने के लिए आपको इसके कोड की जानकारी होनी आवश्यक है हम आपको इसके कुछ उदाहरण बता रहे है जिससे आपको आस्की के बारे में समझने में काफी ज्यादा आसानी हो सकती है.
- a, b, c, d, e, f, g, h, I, j, k, l, m, n, o, p, q, r, s, t, u, v, w, x, y, z
- A, B, C, D, E, F, G, H, I, J, K, L, M, N, O ,P, Q, R, S, T, U, V, W, X, Y, Z
- 0,1 ,2, 3, 4, 5, 6, 7
इसमें कुल 256 कोड होते है इसके साथ ही इसमें Standard ASCII कोड 0 से लेकर 127 तक होते है एवं इसका ज्यादातर इस्तमाल Computer System Characters को Save करने के लिए किया जाता है.
किसी भी कंप्यूटर या इन्टरनेट में इस्तमाल की जाने वाली यह सबसे कॉमन टेस्ट फाइल फोर्मेट होता है एवं प्रत्येक एल्फाबेटिक, नुमेरिक, स्पेशल करैक्टर को 7 बिट बिनेरी नंबर से रिप्रेजेंट किया जाता है एवं जो फाइल ASCII फोर्मेट में सेव होती है उन फाइल को ASCII फाइल के रूप में जाना जाता है
Byte एवं Bit क्या होता है
Byte एक Bit में काफी अंतर होता है बाइट बिट से बड़ा होआ है एवं एक बाइट में लगभग 8 बिट होते है आप अपने कंप्यूटर में मेमोरी में कीबोर्ड के द्वारा कोई भी लेटर, संख्या, Symbol आदि प्रेस्ट करते है तो वो सभी आस्की कोड के अंतर्गत ही सेव होते है एवं ध्यान रखे की 8 बाइट से मिलकर आस्की कोड बनते है.
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इस आर्टिकल में हमने आपको ASCII Full Form in Hindi के बारे में जानकारी प्रदान की है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का सवाल पूछने के लिए आप हमे कमेंट कर सकते है.