नमस्कार मित्रो आज हम आपको AIDS Full Form in Hindi क्या होता है व AIDS क्या है इसके लक्षण क्या होते है व इससे बचाव कैसे करते है इसके बारे में बताने वाले यही आप सभी ने यह शब्द तो बार सुना होगा व आपको इसके बारे में काफी जानकारी भी होगी पर अधिकांश लोगो को पता नहीं होता की इसका पूरा नाम क्या होता है.

AIDS Full Form in Hindi

आज के समय में AIDS जैसी बिमारी पुरे विश्व में बेहद ही तेजी से बढ़ती जा रही यही जिसके रोकथाम के लिए सरकार कई वर्षो से कड़ी मेहनत भी कर रही है आपको AIDS के बारे में जानकारी रखनी बेहद ही जरुरी है ताकि आपको AIDS Full Form in Hindi क्या होता है इसके बारे में पता चल सके व आप AIDS जैसी जानलेवा बीमारी से खुद का बचाव कर सके.

AIDS Full Form in Hindi

AIDS क्या होता है व कैसे फैलता है एवं इसके लक्षण क्या है इन सब के बारे में बताने से पूर्व हम आपको इसका पूरा नाम क्या है इसके बारे में बता रहे है.

AIDS Full Form – Acquired Immune Deficiency Syndrome

एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम एक HIV के सक्रमण में सबसे अंत में होने वाली अवस्था होती है जो की एक प्रकार से जानलेवा है.

AIDS क्या है

जैसे की हमने बताया की यह HIV (Human Immunodeficiency Virus) जो की AIDS  का कारण बनता है व HIV संकरण की सबसे अंतिम अवस्था को ही एड्स कहा जाता है HIV सीधे हमारे शरीर की CD4  कोशिकाओं पर हमला कर देते है जिसके कारण मानव शरीर एड्स की स्थिति में जाने लगता है व यह हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को पूर्ण रूप से ख़त्म करने लग जाता है.

शुरुआत में यह अधिक घातक नहीं होता क्योकि उस वक्त CD4 कोशिकाएं शरीर में पूर्ण अर्थात अधिक मात्रा में होते है पर जब HIV के कारण अधिकांश CD4 कोशिकाएं समाप्त हो जाती है तो उस वक्त यह बहुत ही अधिक घातक बन जाता है व शरीर कई प्रकार के संक्रमण का शिकार हो जाता है जिसे असरवादी संक्रमण भी कहा जाता है.

जब किसी व्यक्ति की एड्स के कारण मृत्यु हो जाती है तो इसके लिए HIV एवं असरवादी संक्रमण ही जिम्मेदार होते है व समय में इलाज न लेने पर यह किसी भी संक्रमित व्यक्ति की जान भी ले सकते है.

AIDS के लक्षण

केवल HIV के शरीर में प्रवेश होने से वह एड्स का कारण नहीं बनता पर HIV+ होने की स्थिति में एड्स का खतरा बना रहता है व यह शुरूआती कुछ वर्षो तक अपने लक्षण नहीं दिखते शुरुआत बिना टेस्ट के किसी को पता नहीं चल सकता की कोई व्यक्ति इस प्रकार के संक्रमण से पीड़ित है पर जैसे जैसे यह व्यक्ति के शरीर से CD4 कोशिकाओं को खरत करता है वैसे वैसे यह अपने लक्षण दिखाने लगता है.

हाल में इसकी जांच के लिए उपयुक्त साधन है जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति किसी ही अस्पताल में HIV टेस्ट करवा सकते है व इसके माध्यम से इस संक्रमण का पता लगाया जा सकता है व समय पर इसका इलाज किया जा सकता है पर अधिक समय तक इलाज न लेने के कारण यह शरीर की अधिकांश CD4 कोशिकाओं को ख़त्म कर देता है इसके कारण व्यक्ति के बचने की संभावना काफी कम हो जाती है व ऐसे स्थिति में दवाइयों के माध्यम से वो व्यक्ति कुछ वर्षो तक खुद को जीवित रख सकते है इस संक्रमण के निम्न प्रकार के लक्षण होते है.

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • थकान
  • हैजा
  • भोजन से अरुचि
  • लसीकाओं में सूजन
  • शरीर पर निशान बनना
  • लगातार खांसी बने रहना
  • बार-बार जुकाम का होना
  • वजन का काफी हद तक काम हो जाना

एड्स जैसे संक्रमण होने पर निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते है अगर किसी व्यक्ति के शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है तो वो किसी भीं अस्पताल में निशुल्क एचआईवी की जांच करवा सकते है.

HIV अथवा एड्स से कैसे बचे

अगर आप इस प्रकार के जानलेवा संक्रमण से बचना चाहते है तो इसके लिए आपको कुछ बातो को ध्यान में रखना बहुत ही जरुरी है तभी आप इस प्रकार के जानलेवा संक्रमण से खुद को बचा सकते है इसके लिए आपको निम्न बातो को ध्यान में रखना होता है.

सम्भोग के वक्त सावधानी – अक्सर अधिकांश लोग असुरक्षित यौन सम्बन्धो के कारण इस प्रकार के संक्रमण का शिकार हो जाते है यौन सम्बन्ध बनाने से पूर्ण आप आपको सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है ताकि आप इस प्रकार के संक्रमण से बचाव कर सके.

सुरक्षित इंजैक्शन – किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर हमे कभी न कभी तो इंजेक्शन लेने की आवश्यकता होती ही है ऐसे में आप ध्यान रखे की आप जो इंजेक्शन ले रहे है वो सुई पहले किसी के द्वारा इस्तमाल नहीं की गयी हो अथवा उसको 10 से 15 मिनिट तक पानी में अच्छी तरह से उबाल ले ताकि उसके बैक्टीरिया ख़त्म हो जाए व उसके बाद आप उसका इस्तमाल कर सकते है.

ब्लेड का इस्तमाल – बाल कटाते वक्त या दाढ़ी करवाते वक्त नाई के द्वारा ब्लेड का इस्तमाल किया जाता है उस वक्त अगर कोई नाई पुराणी ब्लेड का इस्तमाल करता है तो ऐसे में आपको उसे रोकना चाहिए व आप उसको नयी ब्लेड इस्तमाल करने के लिए कहे ताकि किसी संक्रमित व्यक्ति का एचआईवी अन्य व्यक्ति में न फैले.

बच्चे को दूध पिलाने पर – कई बार गर्भवती महिलाओ को भी इस संक्रमण का सामना करना पड़ता है ऐसे में अगर कोई महिला संक्रमित है व उसका शुरू इस बीमारी से संक्रमित नहीं है तो माँ का दूध पिलाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले व उसकी सलाह के अनुसार ही आगे कार्य करें.

आसान भाषा में कहे तो यह असुरक्षित सम्बन्ध बनाने से या संक्रमित व्यक्ति के रक्त का स्वास्थय व्यक्ति में प्रवेश होने के कारण होने वाला संक्रमण होता है जैसे की अगर किसी संक्रमित व्यक्ति को कोई सुई लगाई गयी है व वही सुई स्वास्थ्य व्यक्ति को भी लगायी जाती है तो स्वास्थ्य व्यक्ति को भी इस प्रकार का संक्रमण होने का खतरा रहता है.

क्या एचआईवी का कोई इलाज है

अक्सर लोग इसके बारे में पूछते है की क्या HIV का कोई इलाज या दवाई या टिका आदि है जिससे संक्रमित व्यक्ति को पूर्ण रूप से इस प्रकार के संक्रमण से आजादी मिल सके तो हम बता दे की इस संक्रमण के लिए अभी तक पुरे विश्व में कोई भी दवाई या इलाज या टिका नहीं बना है पर कुछ दवाइयों के इस्तमाल से इस संक्रमण के फैलने की रप्तार को कुछ हद तक धीमा किया जा सकता है ऐसे में इस संक्रमण से बचाव ही इसका एकमात्र उपचार होता है.

इस आर्टिकल में हमने आपको AIDS Full Form in Hindi और AIDS क्या होता है व इससे कैसे बचे इससे जुडी जानकारी देने का प्रयत्न किया है हमे उम्मीद है आपको हमारी बताई जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी उपयोगी लगे तो इसको अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें व इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का सवाल आदि पूछना चाहते है तो आप हमे कमेंट के माध्यम से भी बता सकते है.

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