नमस्कार मित्रो आज हम आपको ADR Full Form के बारे में बताने वाले है व इसके साथ ही हम आपको बतायेगे की ADR क्या होता है व ADR और GDR में क्या क्या अंतर होते है व इससे जुडी अन्य कई महत्वूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है.

ADR Full Form

आप सभी लोग समाचार या टीवी आदि में अक्सर ADR के  बारे में सुनते है पर कई लोगो को इससे सम्बंधित जानकारी नहीं होती की ADR क्या होता व या ADR Full Form क्या होता है तो यह आर्टिकल इसी लिए लिखा गया है ताकि हम आपको एडीआर के बारे  पूरी जानकारी बता सके.

ADR Full Form in Hindi

ADR व GDR में क्या अंतर है या ADR क्या होता है इसके बारे में बताने से पहले हम आपको इसका पुरा नाम क्या होता है इसके बारे में बता रहे है.

ADR Full Form – American Depository Receipt

हिंदी में आप ADR को अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीद कह सकते है व यह एक प्रकार का परक्राम्य प्रमाण पत्र होता है जिसको US बैंक के द्वारा issue किया जाता है.

ADR क्या है

जैसे की हमने आपको बताया की यह परक्राम्य प्रमाण पत्र होता है और इसको US बैंक के द्वारा issue करवाया जाता है और इसके माध्यम से  यूएस स्टॉक मार्केट में विदेशी कंपनियों के व्यापार की प्रतिभूतियों का प्रतिनिधित्व करने वाले US $ को दर्शाया जाता है इनके पास अंतर्निहित  शेयर की संख्याओं के खिलाफ एक दावा करने की भी शक्ति होती है ADR के माध्यम से अमेरिकी निवेशक गैर-अमेरिकी कंपनियों में भी निवेश किया जा सकता है एवं ऐसी स्थितियों में  लाभांश का भुगतान ADR धारकों को अमेरिकन डॉलर के रूप में किया जाता है.

डिपॉजिटरी रसीद को कुछ परिस्थितियों में अलग अलग नाम से भी जाना जाता है जैसे की किसी भारतीय कंपनी की सिक्युरिटीज को अमेरिका के शेयर मार्किट में सूचिबंध किया जाता है तो उसको अमेरिकी डिपॉजिटरी रसीद कहा जायेगा वही इसको अमेरिका के आलावा अन्य किसी भी देश में इस सिक्युरिटीज को ख़रीदा या बेचा जाएगा तो उसको ग्लोबल डिपॉजिटरी रसीद कहा जायेगा.

American Depository Receipt

हम आपको ADR के बारे में कुछ जरुरी जानकारी उदाहरण के साथ में बता रहे है ताकि आपको ADR के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके की यह क्या होता है.

  • यह अमेरिकी US बैंक के द्वारा जारी किया गया negotiable प्रमाण पत्र होता है.
  • यह अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज में उपलबध सेक्युरिटी होती है ताकि कोई भी अमेरिका का नागरिक अथवा निवेशक किसी भी भारतीय कंपनी की सिक्युरिटीज को भारतीय स्टॉक में आये बिना अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से उसको खरीद सकता है.
  • अगर भारत को कोई भी कंपनी अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में सूचिबंध होने की इच्छुक हो तो उसके लिए उसे ADR जारी करना अनिवार्य है.
  • यह भारतीय कंपनी के लिए अमेरिकी स्टॉक मार्किट में पूंजी जुटाने के लिए एक बेहतरीन तरीका है.
  • उदहारण के तौर पर मान लीजिये की कोई अमेरिका का निवेशक भारत की HDFC बैंक के शेयर खरीदना चाहता है तो उसको शेयर के लिए भारत में आकर निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती क्युकी वह ADR के माध्यम से अमेरिका से ही इसमें निवेश कर सकता है.

इस प्रकार से ADR काम करता है व इससे कंपनी को पूंजी जुटाने में काफी मदद मिलती है इसके साथ ही अन्य देश के निवेशकों को किसी दूसरे देश की कंपनी के शेयर खरीदने में भी आसानी होती है जिसके कारण आज के समय में ADR को काफी अधिक महत्त्व दिया जाता है.

इस आर्टिकल में हमने आपको ADR Full Form क्या होता है व ADR क्या है और ADR कैसे काम करता है इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने का प्रयत्न किया है हमे उम्मीद है आपको ADR  के बारे में दी गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसको सोशल मीडिया के माध्यम से अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें व इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहते है तो आप हमे कमेंट के माध्यम से भी बता सकते है.

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